अराफात की पहाड़ी पर जुटे हज यात्री, सूर्यास्त के बाद मुजदलिफा की ओर होंगे रवाना
इसे जबाल अल-रहम के नाम से भी जाना जाता है और मुस्लिमों का विश्वास है कि यहीं पर पैगंबर मुहम्मद ने अपना आखिरी प्रवचन दिया था।
माउंट अराफात, एएफपी। सालाना हज के अगले चरण के तहत मुस्लिम श्रद्धालु सोमवार को सऊदी अरब के अराफात की पहाड़ी पर एकत्र हुए। यह स्थान मक्का से करीब 20 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है। इस साल 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालु हज कर रहे हैं। सुबह होते ही श्रद्धालुओं का सैलाब अराफात की पहाड़ी की ओर उमड़ पड़ा। इसे जबाल अल-रहम के नाम से भी जाना जाता है और मुस्लिमों का विश्वास है कि यहीं पर पैगंबर मुहम्मद ने अपना आखिरी प्रवचन दिया था।
सफेद कपड़े पहने कुछ पुरुष और महिला श्रद्धालु अपने बुजुर्ग रिश्तेदारों को व्हीलचेयर से पहाड़ी पर चढ़ने में मदद कर रहे थे। रविवार की शाम बारिश के बाद से पूरे इलाके में गर्म हवा चल रही है। कुछ श्रद्धालुओं को बोतलबंद पानी से प्यास बुझाते देखा जा सकता है। सूर्यास्त के बाद हज यात्री नजदीक के मुजदलिफा की ओर रवाना होंगे।
हज के लिए 1.28 लाख भारतीय पहुंचे
वार्षिक हज यात्रा के लिए 1.28 लाख भारतीय श्रद्धालु सऊदी अरब पहुंच गए हैं। सरकार ने हज कमेटी के माध्यम से 1,28,702 भारतीय हज यात्रियों को पहुंचने में मदद की है। इन्हें 466 उड़ानों में ले जाया गया। भारतीय दूतावास के अनुसार अंतिम उड़ान शुक्रवार को यहां पहुंची।
इस साल रिकॉर्ड 1,75,025 भारतीय मुस्लिम यात्री हज के लिए गए हैं। इनमें 47 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं। इससे पहले कभी भी भारत से इतनी संख्या में महिलाएं हज करने नहीं पहुंचीं। पिछले साल तक यह जरूरी था कि महिला के साथ उसका पति या मेहरम हो। इस साल पहली बार महिलाओं को बिना पुरुष रिश्तेदार के साथ होने के हज पर जाना की छूट मिली है।