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    क्या साइबर अटैक की जद में ईरान? लोग अपनों को कर रहे कॉल जबाव दे रहा एआई; सोशल मीडिया पर बता रहे आपबीती

     एक हफ्ते पहले जब से इजरायल ने ईरान पर हवाई हमले शुरू किए हैं, तब से देश के अंदर प्रियजनों के साथ संचार लगभग असंभव हो गया है। विदेशों में रहने वाले लोग जब ईरान में अपने लोगों को कॉल कर रहे हैं उनके जबाव एआई दे रहा है।

    By Jeet Kumar Edited By: Jeet Kumar Updated: Sun, 22 Jun 2025 12:59 AM (IST)
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    डिजिटल डेस्क, तेहरान। ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ने के साथ, विदेश में रहने वाले ईरानियों को एक नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक एक हफ्ते पहले जब से इजरायल ने ईरान पर हवाई हमले शुरू किए हैं, तब से देश के अंदर प्रियजनों के साथ संचार लगभग असंभव हो गया है।

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    ईरान में इंटरनेट और फोन ब्लैकआउट लागू

    ईरानी सरकार ने व्यापक इंटरनेट और फोन ब्लैकआउट लागू कर दिया है, जिससे विदेश में रहने वाले परिवार किसी भी समाचार के लिए बेताब हैं। हालांकि कुछ दिन वहले खामेनेई ने ईरान के लोगों से वाट्सएप को अनइंस्टॉल करने का आदेश दिया था।

    एआई दे रहा ये जबाव

    एक ब्रिटिश-ईरानी महिला एली उस समय चौंक गई जब उसने तेहरान में अपनी माँ को फोन करने की कोशिश की। अपनी मां की आवाज सुनने के बजाय, एक रोबोट महिला आवाज ने टूटी-फूटी अंग्रेजी में जवाब दिया कि "आप किससे बात करना चाहते हैं? मैं एलिसिया हूँ। क्या आपको मेरी याद है? मुझे नहीं पता कि आप कौन हैं,"

    न्यूयॉर्क में रहने वाली एक महिला ने बताई आपबीती

    यूके और यूएस में आठ अन्य ईरानियों ने भी यही अनुभव बताया है। न्यूयॉर्क में रहने वाली एक महिला ने कहा कि अपनी मां को फोन करना और उनकी आवाज सुनने की उम्मीद करना और एक एआई की आवाज सुनना मेरे लिए अब तक की सबसे डरावनी चीजों में से एक है।

    एआई का यह संदेश काफी डरा रहा है क्योंकि ईरान में रहने वाले लोगों से देश के बाहर के लोग संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। जब भी कॉल करते हैं एआई अलग अलग तरह के जबाव दे रहा है। एक कॉलर ने एआई की आवाज को शेयर किया जिसमें कहा जा रहा है कि "जीवन अप्रत्याशित आश्चर्यों से भरा है, और ये आश्चर्य कभी-कभी खुशी ला सकते हैं जबकि कभी-कभी वे हमें चुनौती देते हैं।"

    ईरानी साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने कही ये बात

    ईरानी साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का सुझाव है कि ये डायवर्जन हैकिंग को रोकने या भ्रम फैलाने के लिए सरकार की एक रणनीति हो सकती है। संघर्ष के शुरुआती दिनों में, ईरानी फोन पर बड़े पैमाने पर वॉयस और टेक्स्ट संदेश भेजे गए थे, जिसमें नागरिकों को आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी गई थी।