'हमास को पूरी तरह हराने के अलावा विकल्प नहीं', नेतन्याहू ने कसी कमर; बोले- हमारा लक्ष्य गाजा को आजाद कराना
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका मकसद गाजा पर कब्जा करना नहीं बल्कि उसे आजाद कराना है। उन्होंने हमास को हराने के अलावा कोई विकल्प नहीं होने की बात कही। गाजा में रसद का इंतजार कर रहे कई लोगों की मौत हुई है। इजरायली सेना ने गोलीबारी की घटना से इनकार किया है।

एपी, यरुशलम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा और हमास को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हमारा मकसद गाजा पर कब्जा करना नहीं है, बल्कि गाजा को आजाद कराना है। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल के पास काम पूरा करने और हमास को पूरी तरह हराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
इजरायली पीएम ने टाइमलाइन की ओर भी ध्यान दिलाया और कहा कि गाजा में अगले कदम उठाने के लिए काफी कम समय बचा हुआ है। उन्होंने कहा कि गाजा की समस्याओं के लिए हमास जिम्मेदार है। वहीं हमास के बंधक बने हुए इजरायली लोगों के परिवार सरकार के सैन्य अभियान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
गाजा में कई लोगों की मौत
बीते कुछ दिनों में गाजा में कई लोगों की मौत हुई है, जो रसद की उम्मीद में खड़े थे। उत्तरी गाजा में जिकिम क्रॉसिंग के पास सहायता का इंतजार करते हुए भी 6 लोग मारे गए। हालांकि न्यूज एजेंसी एपी ने कहा कि गोलियां किसने चलाईं, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई। गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन द्वारा संचालित एक खाद्य वितरण स्थल पर भी गोलीबारी की सूचना है।
इजरायली सेना ने भी ऐसी किसी गोलीबारी की घटना से इनकार किया है। गाजा शहर में मछुआरों के बंदरगाह के पास तीन लोग और खान यूनिस में एक तंबू पर हुए हमले में चार लोग मारे गए, जिनमें दो बच्चे थे। इजरायल के हमलों के कारण गाजा में अकाल की स्थिति उत्पन्न हो गई है। युद्ध शुरू होने के बाद से ही गाजा में केवल बच्चों की मौत का आंकड़ा 100 के पार हो गया।
7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजराइल पर हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों के हमले में 251 लोगों को बंधक बनाया गया था और करीब 1200 लोग मारे गए थे। माना जा रहा है कि अब केवल 20 इजरायली बंधक ही जीवित बचे हैं। नेतन्याहू हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने की ओर बढ़ रहे हैं और पीड़ितों के परिवार इसका विरोध कर रहे हैं।
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