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    Israel Hamas War: फलस्तीन के समर्थन में विशेष समुदाय ने किया प्रदर्शन; इजरायल-अमेरिका के खिलाफ की नारेबाजी, लहराया फलस्तीनी झंडा

    पश्चिम एशिया समेत पूरी दुनिया में मुसलमानों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। लोगों ने गाजा पर इजरायल के जवाबी हवाई हमलों का विरोध किया। भारत में हैदराबाद जम्मू-कश्मीर और अन्य जगहों पर स्थानीय लोगों ने शुक्रवार की नमाज के बाद फलस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया। हैदराबाद में नमाज के बाद लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर गाजा में चल रहे इजरायली जवाबी हमले के खिलाफ नारे लगाए।

    By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Fri, 13 Oct 2023 09:47 PM (IST)
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    अल-अक्सा मस्जिद में केवल वृद्धों, महिलाओं और बच्चों को परिसर में प्रवेश की अनुमति।

    एपी, यरुशलम। फलस्तीनियों के समर्थन में पश्चिम एशिया समेत पूरी दुनिया में मुसलमानों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। लोगों ने गाजा पर इजरायल के जवाबी हवाई हमलों का विरोध किया। जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम सड़कों पर उतर आए।

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    पिछले शनिवार को हमास द्वारा हमला करने के बाद इजरायल गाजा पट्टी पर हमले कर रहा है। हिंसा की आशंका के मद्देनजर यरुशलम के अल-अक्सा मस्जिद में इबादत के लिए पुलिस ने केवल वृद्धों, महिलाओं और बच्चों को परिसर में प्रवेश की अनुमति दी। बाद में पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुराने शहर और पूर्वी येरुशलम में आंसू गैस छोड़ी।

    बेरूत में, हजारों हिजबुल्ला समर्थकों ने लेबनानी, फलस्तीनी और हिजबुल्ला के झंडे लहराए। गाजा के समर्थन और इजरायल के विरोध में नारे लगाए। हिजबुल्ला के उप महासचिव ने चेतावनी दी कि वह भूमध्य सागर की ओर जाने वाले अमेरिकी और ब्रिटिश नौसैनिक जहाजों पर नजर रखेगा। यमन के सना में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर यमनी और फलस्तीनी झंडा लहराया और अमेरिका इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की।

    बगदाद में शिया मौलवी मुक्तदा अल-सद्र द्वारा बुलाए गए विरोध प्रदर्शन के लिए हजारों लोग तहरीर चौक पर एकत्र हुए। ईरान में भी प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। तेहरान में इजरायली और अमेरिकी झंडे जलाए गए।

    हैदराबाद, जम्मू-कश्मीर और लखनऊ में नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन

    गाजा में हमास- इजरायल युद्ध के बीच हैदराबाद, जम्मू-कश्मीर और अन्य जगहों पर स्थानीय लोगों ने शुक्रवार की नमाज के बाद फलस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया। हैदराबाद में नमाज के बाद लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर गाजा में चल रहे इजरायली जवाबी हमले के खिलाफ नारे लगाए। इसी तरह का विरोध प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर के बडगाम और उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी किया गया।

    पाकिस्तान में लोगों ने निकाला मार्च

    पाकिस्तान में लोगों ने फलिस्तीनियों के समर्थन में और इजरायली बलों द्वारा गाजा की घेराबंदी की निंदा करते हुए प्रदर्शन किया। लोगों ने शुक्रवार की नमाज के बाद सड़कों पर मार्च किया। उन्होंने फलस्तीनी झंडा थामकर नारे लगाए और फलस्तीन के साथ एकजुटता दिखाई। उन्होंने इजरायली झंडा भी जलाया।

    इजरायल सीमा तक पहुंचने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारी

    जार्डन की पुलिस ने इजरायल की सीमा तक पहुंचने की कोशिश कर रहे सैकड़ों फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए शुक्रवार को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार जार्डन में हजारों लोगों ने इजरायल विरोधी प्रदर्शन किए।

    मलेशिया में लोगों ने की एकजुटता रैली

    फलस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में मुसलमानों ने रैली की। इस दौरान इजरायल विरोधी नारे लगाए गए। इजरायली झंडों से लिपटे दो पुतले भी जलाए गए। इस कार्यक्रम में 98 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद भी शामिल हुए। लोगों ने अमेरिकी दूतावास के बाहर भी रैली में भाग लिया।

    फलस्तीनी लोगों के लिए की प्रार्थना की अपील

    इंडोनेशिया में नेताओं ने दुनिया के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश की सभी मस्जिदों से फलस्तीनी लोगों के लिए शांति और सुरक्षा के लिए प्रार्थना करने की अपील की।

    इंडोनेशियाई मस्जिद परिषद ने सभी मस्जिदों से सुरक्षा के लिए की जाने वाली कुनुत नाजिलातो प्रार्थना करने का आग्रह किया था ताकि गाजा पट्टी में संघर्ष जल्दी खत्म हो जाए। इंडोनेशिया की राजधानी में राष्ट्रीय स्मारक के सामने 200 से अधिक लोगों ने फलस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए रैली की।

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    फ्रांस ने फलस्तीनी समर्थक विरोध प्रदर्शनों पर लगाया प्रतिबंध

    फ्रांस ने फलस्तीनी समर्थक विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। फ्रांस के गृह मंत्री गुरुवार को स्थानीय अधिकारियों को सभी फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रांसीसी लोगों से आग्रह किया कि वे पश्चिम एशिया में युद्ध को घरेलू तनाव में न बदलने दें।

    मैक्रों द्वारा टेलीविजन पर पश्चिम एशिया संघर्ष के बारे में राष्ट्र को संबोधित करने से तुरंत पहले पेरिस पुलिस ने फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया।

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