हवाई सफर में आया कार्डिएक अरेस्ट, आसमान में देवदूत बनीं नर्सें; बचाई यात्री की जान
केरल की दो नर्सों ने विमान में एक बीमार यात्री की जान बचाकर मानवता का परिचय दिया। उड़ान के दौरान एक युवक की तबीयत बिगड़ने पर इन नर्सों ने तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की और उसकी जान बचाई। उनकी तत्परता और सेवा भावना की हर तरफ सराहना हो रही है।

केरल की नर्सों ने बचाई जान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोच्चि से अबू धाबी जा रहे एक विमान में सवार केरल की दो नर्सों ने अपने एक सहयात्री की जान बचा ली। दरअसल, विमान के उड़ने के 20 मिनट बाद ही एक शख्स को दिल का दौरा पड़ गया। एयर अरेबिया की उड़ान संख्या 3L128 से यूएई में अपनी नई नौकरी ज्वाइन करने जा रहे अभिजीत जीस और अजीश नेल्सन की नजर उस शख्स पर पड़ी।
उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। शक होने पर दोनों मदद को पहुंचे। उन्होंने दो बार सीपीआर दिया, जिससे यात्री की हालत स्थिर हुई। अभिजीत ने कहा, ''मैंने उसकी नब्ज देखी। मुझे पता लग गया कि उसे दिल का दौरा पड़ा है। तुरंत सीपीआर शुरू किया और चालक दल को सूचित किया।
केरल की नर्सों ने बचाई जान
वहां मौजूद एक डाक्टर आरिफ अब्दुल खादिर ने भी मरीज की हालत को स्थिर करने में मदद की। जब मैंने उसे हिलते हुए देखा, तो राहत मिली। इस घटना में मुझे याद दिलाया कि हम जहां भी रहते हैं जिम्मेदारी निभाते हैं।'' विमान से उतरने के बाद दोनों चुपचाप अपने कार्यस्थल की ओर चल पड़े।
तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की
हालांकि, बाद में एक साथी यात्री के जरिए यह कहानी सामने आई। यात्री की हवाई अड्डे की मेडिकल टीम द्वारा उपचार के बाद हालत स्थिर बताई गई है। उसके परिवार ने दोनों के प्रति आभार व्यक्त किया है। परिवार ने कहा कि वे अजनबी थे, फिर भी उन्होंने प्रियजन को जीवन का एक और मौका दिया।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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