Israel Hamas War: गाजा में फलस्तीनी कहीं भी सुरक्षित नहीं! इजरायल ने लोगों को जहां जाने को कहा; वहीं कर रहा बमबारी
इजरायली हमलों के चलते गाजा पट्टी में फलस्तीनी आमजन कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं और हर बीतते घंटे के साथ उनके रहने की जगह कम होती जा रही है। इजरायली लड़ाकू विमानों ने शनिवार-रविवार की पूरी रात खान यूनिस और रफाह शहरों पर बमबारी कर उन्हें जान-माल का भारी नुकसान पहुंचाया। इजरायली हमलों से गाजा में अभी तक कुल 15400 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
यरुशलम, रॉयटर्स। इजरायली हमलों के चलते गाजा पट्टी में फलस्तीनी आमजन कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं और हर बीतते घंटे के साथ उनके रहने की जगह कम होती जा रही है। इजरायली लड़ाकू विमानों ने शनिवार-रविवार की पूरी रात खान यूनिस और रफाह शहरों पर बमबारी कर उन्हें जान-माल का भारी नुकसान पहुंचाया।
इजरायली हमले का लगातार निशाना बन रहा यह वही रफाह शहर है जहां दक्षिण गाजा में रहने वाले फलस्तीनियों को सुरक्षा की दृष्टि से जाने के लिए इजरायली सेना कह रही है। युद्धविराम के बाद महज तीन दिनों की लड़ाई में घायल हुए लोगों से गाजा के अस्पताल भर गए हैं। इजरायली हमलों से गाजा में अभी तक कुल 15,400 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, जबकि 40 हजार से ज्यादा घायल हुए हैं।
खान यूनिस में घुस सकती है इजरायली सेना
इजरायली सेना जिस तरह से दक्षिणी गाजा के सबसे बड़े शहर खान यूनिस को निशाना बना रही है उससे संकेत मिल रहा है वहां जल्द ही इजरायली सेना का प्रवेश होने वाला है। शुक्रवार से शुरू हुए युद्ध के दूसरे दौर में इजरायली सेना शहर पर लगातार हवाई हमले और टैंकों से गोलाबारी कर रही है।
'जमीनी कार्रवाई के बिना युद्ध के उद्देश्यों की प्राप्ति संभव नहीं'
दक्षिणी गाजा में भी जमीनी सैन्य कार्रवाई शुरू करने का संकेत देते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि पूरे गाजा में जमीनी कार्रवाई के बिना युद्ध के उद्देश्यों की प्राप्ति संभव नहीं है। इजरायल के छेड़े युद्ध का उद्देश्य हमास को खत्म करना और अगवा कर बंधक बनाए गए सभी लोगों को सुरक्षित रिहा करवाना है।
गाजा पट्टी को तीन हिस्सों में बांटकर हुई कार्रवाई
खान यूनिस और अन्य दक्षिणी इलाकों में रहने वाले आमजनों को रफाह जाने के लिए इजरायली सेना लगातार संदेश दे रही है। लेकिन दक्षिण के लोग कह रहे हैं इजरायली सेना जिस रफाह शहर में जाने के लिए कह रही है वहीं पर वह हमले कर रही है। इजरायली सेना गाजा पट्टी को फिलहाल तीन हिस्सों में बांटकर कार्रवाई कर रही है। कहा है कि हमास के ठिकानों को तलाशकर उन्हें नष्ट किया जा रहा है।
'पता नहीं कब तक जान बचाने के लिए भागना पड़ेगा'
गाजा सिटी के मूलवासी 37 वर्षीय माहेर ने टेलीफोन से बताया है कि इजरायली सेना के कहने पर वह दक्षिण के अल करारा कस्बे में आए। युद्धविराम के बाद जब इजरायली हमले शुरू हुए तब वह अपने तीन बच्चों के परिवार के साथ बचने के लिए खान यूनिस शहर के भीतरी इलाके में आ गए, लेकिन अब वह बमबारी के बीच रफाह जाने की कोशिश में हैं। पता नहीं कब तक जान बचाने के लिए भागना पड़ेगा।
अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ¨ब्लकन के बाद रविवार को रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने इजरायल से गाजा के आमजनों के प्रति ज्यादा जिम्मेदार बनने के लिए कहा है। कहा, इजरायल को आत्मरक्षा का अधिकार है लेकिन उसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानवाधिकारों का पालन भी करना चाहिए। गाजा में मारे जाने वाले आमजनों की संख्या और आमजनों की मुश्किलें भयावह हैं।
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