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    Israel Hamas War: 'युद्ध के बाद गाजा की सुरक्षा संभालेगा इजरायल', पीएम नेतन्याहू का बड़ा बयान

    By AgencyEdited By: Achyut Kumar
    Updated: Tue, 07 Nov 2023 08:57 PM (IST)

    Israel Hamas War। इजरायल और हमास के बीच सात अक्टूबर से जंग जारी है। युद्ध के एक महीने पूरे होने पर पीएम नेतन्याहू ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि युद्ध के बाद गाजा की सुरक्षा इजरायल संभालेगा। इससे पहले इजरायल गाजा पट्टी को दो हिस्सों में बांट चुका है। गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में इजरायली सेना की कार्रवाई जारी है।

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    हमास के साथ जारी युद्ध के खत्म होने के बाद गाजा की सुरक्षा संभालेगा इजरायल

    यरुशलम, एपी। Israel Hamas War: इजरायल ने हमास के साथ हो रहे युद्ध के बाद भी अपनी सीमा और दखल बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि 365 वर्ग किलोमीटर वाली गाजा पट्टी में युद्ध के बाद वहां की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी इजरायल संभालेगा।

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    वेस्ट बैंक जैसी जिम्मेदारी गाजा में निभाएगा इजरायल

    जाहिर है कि यह जिम्मेदारी वैसी ही होगी, जैसी वेस्ट बैंक में इजरायल संभाल रहा है। वहां पर गठित फलस्तीन प्राधिकार के राष्ट्रपति महमूद अब्बास हैं, लेकिन सुरक्षा और अन्य प्रभाव वाली व्यवस्थाएं इजरायल के पास हैं। गाजा पट्टी में अभी हमास की राजनीतिक शाखा की सरकार है।

    नेतन्याहू ने सैन्य कार्रवाई रोके जाने के दिए संकेत

    अमेरिकी न्यूज चैनल एबीसी के साथ साक्षात्कार में नेतन्याहू ने गाजा में राहत सामग्री के वितरण के लिए कुछ समय के लिए सैन्य कार्रवाई रोके जाने के संकेत दिए, लेकिन बंधकों की रिहाई के बगैर किसी तरह के युद्धविराम से साफ इन्कार किया है।

    गाजा में युद्ध विराम की मांग कर रहे अरब देश

    गाजा में पर्याप्त राहत सामग्री की आपूर्ति होने देने और उसके वितरण के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन लगातार प्रयासरत हैं। इसी के चलते अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हाल के दिनों में इजरायल और अरब देशों के दौरे किए हैं, लेकिन अरब देश गाजा में युद्धविराम की मांग कर रहे हैं।

    बंधकों की रिहाई का बढ़ा दबाव

    इजरायल पर हमास के हमले और गाजा पट्टी पर जवाबी हमलों का एक महीना पूरा होने पर नेतन्याहू ने कुछ समय के लिए हमले रोकने की बात कही है, लेकिन अपने ही देश में बंधकों की रिहाई कराने के लिए उन पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इससे पहले 1948, 1967 और 1973 के युद्ध में इजरायल ने जीत के साथ अपनी सीमाएं बढ़ाई हैं।

    सबसे ताजा मामला वेस्ट बैंक का है। वहां पर 2005 से आठ हजार से ज्यादा यहूदी परिवार अस्थायी ठिकाना बनाकर रह रहे हैं। इजरायल का वहां की सुरक्षा व्यवस्था, आकाश क्षेत्र, समुद्री सीमा और जनसंख्या पंजीकरण व्यवस्था पर नियंत्रण है। इस बार इजरायली सेना ने गाजा पट्टी का उत्तरी हिस्सा काफी हद तक फलस्तीनियों से खाली करा लिया है।

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    सात अक्टूबर से गाजा पट्टी पर जारी हमलों में अभी तक दस हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर संख्या बच्चों और महिलाओं की है। इसी के चलते वहां पर युद्धविराम की मांग ने जोर पकड़ा है और इजरायल का समर्थन कर रहा अमेरिका भी दबाव महसूस कर रहा है।

    इजरायली सेना ने सोमवार को गाजा पट्टी को दो हिस्सों में बांट दिया था। अब वह पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी को घेरकर वहां पर जमीनी हमला शुरू करने का मौका देख रही है। शहर पर हवाई हमले जारी हैं।

    लोगों की आंखों से नींद गायब

    गाजा सिटी के शिफा अस्पताल मरीजों से भरा हुआ है, हजारों अन्य लोगों ने भी इजरायली हमलों से बचने के लिए वहां पर शरण ले रखी है, लेकिन नींद उनकी आंखों से गायब रहती है। खाना-पानी की किल्लत झेल रहे इन लोगों को हर समय इजरायली हमले का भय सताता है। यहीं रहने वाले मारवान अब्दुल्ला कहते हैं कि हमें नींद नहीं आती, हर दिन स्थिति ज्यादा खराब होती जा रही है।

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    गाजा पट्टी के दक्षिणी भाग पर भी हमला कर रहा इजरायल

    गाजा पट्टी के दक्षिणी भाग, जहां पर इजरायली सेना ने उत्तर से लोगों को यह कहते हुए भेजा है कि वे वहां सुरक्षित रहेंगे, वहां भी हमले जारी हैं। मंगलवार को सुबह वहां के खान यूनिस शहर के कई घरों पर हवाई हमला हुआ। वहां पर पांच लोगों के मारे जाने की सूचना है, जिनमें से तीन बच्चे हैं।

    वेस्ट बैंक में 160 से ज्यादा लोगों की मौत

    वेस्ट बैंक में सात अक्टूबर के बाद से 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि इजरायल की लेबनान से लगने वाली सीमा पर सेना और हिजबुल्ला लड़ाकों के बीच लड़ाई जारी है। वहां पर हिजबुल्ला के 60 लड़ाके और इजरायल के आधा दर्जन से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं। सात अक्टूबर के बाद छिड़ी जमीनी लड़ाई में इजरायली सेना के अभी तक 30 सैनिक मारे जा चुके हैं।