हमास पर फिर हमला करने जा रहा इजरायल, बंधकों के शव सौंपने को लेकर दोनों में ठनी
हमास द्वारा इजरायल को बंधकों के शव सौंपने के मुद्दे पर तनाव बढ़ गया है। इजरायल के प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई समझौता नहीं होगा, जिससे युद्धविराम टूटने का खतरा है। इजरायल ने गाजा में सैन्य कमांडरों को फिर से हमले की योजना बनाने के लिए कहा है। शांति योजना के पहले चरण में गतिरोध उत्पन्न हो गया है, और रफाह क्रासिंग बंद होने से गाजा में राहत सामग्री की कमी हो गई है।

19 बंधकों के शव अभी भी देना बाकी है (फोटो: रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमास ने बुधवार देर रात दो और बंधकों के शव इजरायल को सौंप दिए। इस प्रकार से हमास अभी तक कुल नौ बंधकों के शव इजरायल को दे चुका है लेकिन 19 बंधकों के शव अभी भी देना बाकी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेजामिन नेतन्याहू साफ कह चुके हैं कि इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं होगा और अंदेशा युद्धविराम टूटने का भी है।
जबकि हमास ने कहा है कि बाकी बंधकों के शव ढूंढ़ने के लिए उसे समय और विशेष उपकरणों की जरूरत होगी। इस बीच इजरायली रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने गाजा में मौजूद अपने सैन्य कमांडरों से फिर से हमले की योजना बनाने के लिए कहा है।
हमास ने कुल 10 शव सौंपे
गाजा पट्टी के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण में ही पैदा हुए गतिरोध से उसके भविष्य को लेकर आशंकाएं पैदा होने लगी हैं। सोमवार से अभी तक हमास ने इजरायल को बंधकों के कुल 10 शव सौंपे हैं लेकिन इनमें से एक शव को डीएनए जांच में गैर इजरायली पाया गया है। जबकि इजरायल ने अभी तक 120 फलस्तीनियों के शव गाजा प्रशासन को सौंपे हैं।
शांति योजना के अनुसार एक बंधक के शव के बदले इजरायल को 15 फलस्तीनी कैदियों के शव देने हैं। प्रथम चरण में दोनों पक्षों के बीच बंधकों-कैदियों और शवों के लेन-देन का काम पूरा हो जाना था। इस बीच हमास ने कहा है कि शुक्रवार को दोपहर में युद्धविराम लागू होने के बाद से इजरायली सैनिकों की फायरिंग में गुरुवार (छह दिनों में) तक 24 लोग मारे गए हैं। यह युद्धविराम का उल्लंघन है।
इजरायल ने दी चेतावनी
जबकि इजरायली सेना ने गाजा में इजरायली सेना के ठिकानों से फलस्तीनियों को दूर रहने के लिए कहा है। इजरायल ने कहा है कि शांति योजना का दूसरा चरण हमास के हथियार छोड़ने और गाजा पट्टी की सत्ता से हटने का है लेकिन हमास ने दोनों में से कोई कार्य नहीं किया है। इसके उलट हमास के लड़ाके अलग राय रखने वाले फलस्तीनियों को मार रहे हैं और विरोधी सशस्त्र गुटों पर हमले कर रहे हैं।
हमास के हथियार छोड़ने और सत्ता से हटने के बाद गाजा में अंतरराष्ट्रीय बल की तैनाती होनी है, साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप की अध्यक्षता वाली समिति गाजा की व्यवस्थाओं को संभालने और पुनर्निर्माण में जुट जाएगी। महमूद अब्बास की अगुआई वाले फलस्तीनी प्राधिकार ने गाजा की व्यवस्था संभालने में सहयोग की पेशकश की है।
रफाह क्रासिंग अभी बंद, खाद्य सामग्री की कमी
मिस्त्र से गाजा को जोड़ने वाली रफाह क्रासिंग अभी बंद है। यह गाजा को राहत सामग्री की आपूर्ति का सबसे ज्यादा सुविधाजनक मार्ग है। इजरायली सेना ने बहुत जरूरी पैदल आवागमन के लिए यह मार्ग खोला है लेकिन वाहनों के आवागमन की अनुमति नहीं है। कहा है कि इस संबंध में मिस्त्र सरकार के साथ वार्ता चल रही है और जल्द ही वाहनों का आवागमन शुरू करने के लिए तारीख घोषित की जाएगी।
गाजा में अन्य मार्गों से राहत सामग्री आ रही है लेकिन वह मांग की तुलना में काफी कम है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा के कई हिस्सों पर अभी भी भुखमरी का साया बना हुआ है, इसलिए वहां पर अविलंब पर्याप्त खाद्य सामग्री पहुंचाई जानी चाहिए।
(न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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