सीरिया में तख्तापलट के बीच इजरायल का बड़ा कदम, गोलान हाइट्स में बफर जोन पर किया कब्जा
Syria Civil War सालों से अशांत चल रहे सीरिया में रविवार को विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया। अंतत राष्ट्रपति बशर अल असद को सत्ता और देश छोड़कर जाना पड़ा। इस बीच इजरायल ने सीरिया में अशांति को देखते हुए गोलान हाइट्स में एक बफर जोन पर कब्जा कर लिया है। सैनिकों की वापसी समझौते पर हस्ताक्षर के बाद इस तरह की पहली तैनाती है।

आईएएनएस, तेल अवीव। इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि सीरियाई अशांति के बाद इजरायली सेना ने गोलान हाइट्स में एक बफर जोन पर कब्जा कर लिया है। इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक्स पोस्ट में कहा कि गोलान हाइट्स में सीरिया सीमा के साथ लगने वाले बफर जोन के भीतर नए स्थानों पर सैन्य तैनाती की गई है।
यह 1974 में सैनिकों की वापसी समझौते पर हस्ताक्षर के बाद इस तरह की पहली तैनाती है। सीरिया में हाल की घटनाओं के आकलन के बाद यह कदम उठाया गया है। यह गोलान हाइट्स में रहने वालों और इजरायल के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक था। पोस्ट में कहा गया है कि सीरिया में हो रही घटना में आईडीएफ किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं करेगा।
इजरायली हमलों में पांच की मौत
वहीं, रॉयटर्स के अनुसार लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि शनिवार को बीट लाइफ गांव पर इजरायली हमले में पांच लोग मारे गए, जबकि डेर सेरियन पर ड्रोन हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इजरायली सेना ने अब तक इसे लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है। युद्धविराम के बावजूद तनाव बना हुआ है। इजरायल और हिजबुल्ला एक दूसरे पर इसके उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं।
इजरायली सेना ने अस्पताल पर बोला हमला: फलस्तीन
फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को आरोप लगाया कि इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा के बेत लाहिया में कमल अदवान अस्पताल पर गोलाबारी की। इससे पावर लाइन के साथ ही आक्सीजन पंप क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे जरूरी सर्जरी बाधित हो गई। अस्पताल के निदेशक हुसाम अबू सफिया ने कहा कि हमले में कई चिकित्सा कर्मचारी और मरीज घायल हो गए। वहीं, शनिवार रात कमाल अदवान अस्पताल के पास इजरायली हवाई हमले में एक डॉक्टर परिवार सहित मारा गया। इसे लेकर अबतक इजरायली सेना की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। यह जानकारी रॉयटर्स की ओर से दी गई है।
देश छोड़कर भागे बशर अल असद
इधर, सीरिया में सत्ता परिवर्तन के कारण राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर भाग गए। राष्ट्रपति भवन तक विद्रोही सेनाएं पहुंच गईं। सीरिया में तख्तापलट के दौरान दमिश्क और अन्य शहरों की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों का हुजूम देखने को मिला। इस दौरान सीरिया के चौथे सबसे बड़े शहर हामा में पूर्व राष्ट्रपति हाफ़िज़ अल-असद की एक मूर्ति को गिरा दिया गया। इस मूर्ति को नष्ट करने के दौरान जश्न में गोलियां चलाई गईं और 'अल्लाहु अकबर' के नारे लगाए गए। इसका एक वीडियो सामने आया था, जिसमें देखा जा सकता था कि कैसे एक वाहन सड़क पर मूर्ति के कटे हुए सिर को घसीट रहा है और लोग उसे लात मारने के लिए उसका पीछा कर रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।