मिस्र में आज ट्रंप की पीस डील पर इजरायल और हमास करेंगे हस्ताक्षर, बंधकों की होगी रिहाई
मिस्र में आज इजरायल और हमास के बीच ट्रंप की पीस डील पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, जिसका मुख्य उद्देश्य बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना है। यह समझौता क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस समझौते का समर्थन कर रहा है, और मिस्र सरकार मध्यस्थ की भूमिका निभा रही है।

डोनल्ड ट्रंप, बेंजामिन नेतन्याहू (रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मिस्त्र के शर्म अल शेख में सोमवार (आज) को गाजा समेत पश्चिम एशिया में शांति के उद्देश्य से पीस समिट आयोजित की गई है। इस समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप सहित 20 से ज्यादा देशों के नेता भाग लेंगे। इस सिलसिले में आयोजित कार्यक्रम में इजरायल और हमास अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की घोषित शांति योजना पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
इजरायल इस योजना से सहमत है लेकिन हमास में कुछ बिंदुओं को लेकर असहमति है। हमास गाजा की सत्ता छोड़ने के लिए तैयार है लेकिन हथियार छोड़ने पर उसका प्रबल विरोध है। मिस्त्र पहुंचने से पहले ट्रंप इजरायल जाएंगे। वहां पर वह बंधकों के रिश्तेदारों से मिलेंगे, प्रधानमंत्री नेतन्याहू से वार्ता करेंगे और संसद को संबोधित करेंगे।
सोमवार दोपहर तक होगी इजरायली बंधकों की रिहाई
मिस्त्र में होने वाले कार्यक्रम से पहले सोमवार दोपहर तक हमास 20 जीवित इजरायली बंधकों को रिहा कर देगा लेकिन 28 बंधकों के शवों की वापसी में कुछ देर हो सकती है। बदले में इजरायल करीब दो हजार फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। तेल अवीव के होस्टेज स्क्वेयर पर इन बंधकों का इंतजार हो रहा है। बंधकों के परिवारों के साथ दसियों हजार लोग बंधकों से मिलन की घड़ी का रविवार से ही इंतजार कर रहे हैं।
बंधकों के रिश्तेदारों के मन में रिहा होने वाले प्रियजन से मिलने की उम्मीद है तो आशंका भी है कि उन्हें उनका प्रियजन बुरे हाल में तो नहीं मिलेगा।
विशेष दूत स्टीव विटकाफ इजरायल में मौजूद
ट्रंप की बेटी इवांका, दामाद जेरेड कुश्नर और विशेष दूत स्टीव विटकाफ इस समय इजरायल में मौजूद हैं। विटकाफ, कुश्नर और अमेरिकी सेना की मध्य कमान के प्रमुख एडमिरल ब्रैड कूपर ने गाजा का दौरा कर वहां के हालात को देखा है। विटकाफ ने शांति योजना को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
विदित हो कि शुक्रवार दोपहर को गाजा में शांति योजना लागू हुई थी और इजरायली सेना ने हमले रोके थे और उसके बाद वह पीछे हटी थी। इसके 72 घंटे के भीतर हमास को इजरायली बंधकों को रिहा करना है।
गाजा में लाखों को काटने पड़ सकते हैं टेंटों में दिन
गाजा में अभी भी लोगों का घर वापसी का दौर जारी है। बीते दो दिनों में लाखों लोग कारों, जानवरों से खींची जाने वाली गाडि़यों और पैदल चलकर अपने मूल निवास वाले शहरों-कस्बों में पहुंचे हैं लेकिन ऐसे सौभाग्यशाली कुछ हजार ही हैं जिन्हें अपने घर सही-सलामत मिले हैं।
इजरायली हमलों में बर्बाद हुए घरों के निवासी लाखों लोगों को आने वाले कई वर्ष टेंटों में काटने पड़ सकते हैं। इन फलस्तीनियों को सोमवार से पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री मिलनी शुरू हो जाएगी।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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