Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब ईरान पर होगा फाइनल वार! अमेरिका ने भेजे लड़ाकू विमान और युद्धपोत, ब्रिटेन भी आया साथ; लोगों को शहर छोड़ने का अल्टीमेटम

    Updated: Wed, 18 Jun 2025 10:58 PM (IST)

    ईरान ने इजरायल के प्रति किसी तरह की दया नहीं दिखाने का एलान किया है। सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अमेरिका को ईरान पर हमलों में शामिल होने पर अपूरणीय क्षति की चेतावनी दी है। इजरायल और ईरान के बीच हमले जारी हैं जिससे दोनों पक्षों को नुकसान हो रहा है।

    Hero Image
    ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की है, जिसमें बड़ा फैसला हुआ है (फोटो: रॉयटर्स)

    एपी, तेहरान। ईरान ने जंग का एलान कर दिया है। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि ईरान अब इजरायल के प्रति किसी तरह की दया नहीं दिखाएगा। साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बिना शर्त आत्मसमर्पण करने के संदेश पर उन्हें आगाह किया है कि ईरान पर हमलों में अमेरिका शामिल हुआ तो उसे अपूरणीय क्षति उठानी पड़ेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस बीच इजरायल और ईरान के बीच बुधवार को छठे दिन भी एक-दूसरे पर हमले जारी रहे, इनमें दोनों पक्षों को जान-माल का नुकसान उठाना पड़ रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि वह संघर्षविराम से बड़ा कुछ करने पर विचार कर रहे हैं। यह ऐसा कदम होगा जिससे हमेशा के लिए युद्ध का अंत हो जाएगा।

    ब्रिटेन ने भी पश्चिम एशिया लड़ाकू विमान भेजें

    • इस बयान के बाद ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की है। साथ ही पश्चिम एशिया में लड़ाकू विमान और युद्धपोत भेजे हैं। हर लड़ाई में अमेरिका के घनिष्ठ सहयोगी रहे ब्रिटेन ने भी पश्चिम एशिया लड़ाकू विमान भेज दिए हैं। इसी दौरान ट्रंप ने तेहरान के आकाश पर कब्जा होने और ईरानी राजधानी के निवासियों को शहर छोड़ने जैसे बयान दिए हैं। ये बयान इजरायली सेना के दो दिन पूर्व दिए बयान जैसे हैं।
    • ट्रंप ने यह भी कहा है कि अब ईरान से बात नहीं होगी, बुधवार को इजरायल ने भी इसी वाक्य को दोहराया और कहा कि ईरान के खिलाफ उसकी सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी। जवाब में ईरान ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव और हाइफा से आमजनों को जाने के लिए कहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति का ताजा रुख ईरान पर इजरायली हमला शुरू होने वाले दिन शुक्रवार से अलग है। उस दिन उन्होंने इस लड़ाई से दूर रहने की बात कही थी।
    • अगर अमेरिका ईरान पर हमलों में शामिल होता है तो युद्ध के पश्चिम एशिया और पूरे अरब जगत में फैलने का खतरा पैदा हो जाएगा। क्योंकि अमेरिका के कतर, बहरीन, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, इराक, जार्डन और सीरिया में सैन्य अड्डे हैं या सैनिकों की तैनाती है। खामेनेई ने ईरान पर अमेरिका का हमला होने की स्थिति में इन्हीं अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई को लेकर आगाह किया है।

    परमाणु ठिकाने और मिसाइल फैक्ट्री पर हमला

    इजरायल का ताजा हमला ईरान में यूरेनियम शोधन करने वाले सेंट्रीफ्यूज और बैलेस्टिक मिसाइल के हिस्से बनाने के कारखानों पर हुआ है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के सूत्रों ने कहा है कि इजरायल के हवाई हमलों में तेहरान के नजदीक के इन कारखानों को निशाना बनाया गया है। इजरायल ने तेहरान में सामुदायिक चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्था रेड क्रिसेंट की बिल्डिंग को भी निशाना बनाया है।

    वा¨शगटन की मानवाधिकारों के लिए कार्य करने वाली संस्था ने कहा है कि इजरायली हमलों में ईरान में अभी तक 585 लोग मारे गए और 1,326 लोग घायल हुए हैं। जबकि अभी तक की लड़ाई में ईरान ने इजरायल पर करीब 400 बैलेस्टिक मिसाइलें दागी हैं और सैकड़ों कामिकाजे ड्रोन छोड़े हैं। इन हमलों में इजरायल में 24 लोग मारे गए हैं और करीब 600 घायल हुए हैं।

    'शांतिपूर्ण कार्यों के लिए परमाणु कार्यक्रम'

    ईरान ने कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यों के लिए है। वह यूरेनियम का 60 प्रतिशत तक शोधन कर रहा है जबकि परमाणु बम बनाने के लिए 90 प्रतिशत शुद्ध यूरेनियम की आवश्यकता होती है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने भी इस बात की हाल ही में पुष्टि की है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत अली बहरीनी ने शांतिपूर्ण कार्यों के लिए यूरेनियम के शोधन की बात कही है।

    पश्चिम एशिया में केवल इजरायल ही परमाणु हथियार संपन्न देश है। ईरान ने कहा है कि इजरायल उसके परमाणु कार्यक्रम से आशंकित है और वह उसे लेकर दुष्प्रचार करता है। अब वह अपने दुष्प्रचार से अमेरिका को भी प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन ईरान के परमाणु विज्ञानी भविष्य में भी अपना काम जारी रखेंगे।

    यह भी पढ़ें: खतरनाक मिसाइलें, मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम... इजरायल-ईरान संघर्ष में किसकी होगी जीत?