फलस्तीन मुद्दे के द्वि-राष्ट्र समाधान के लिए भारत का समर्थन, जयशंकर बोले- संस्थानों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध
भारत ने फलस्तीन मुद्दे पर दो-राष्ट्र समाधान का समर्थन किया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फलस्तीनी संस्थानों को मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि स्थायी शांति के लिए सीधी बातचीत जरूरी है। भारत इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर । (फाइल)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को फलस्तीन मुद्दे के द्वि-राष्ट्र समाधान के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की और कहा कि भारत क्षेत्र में ''स्थायी और न्यायसंगत शांति'' की दिशा में सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा।
भारत का फलस्तीन के साथ महत्वपूर्ण विकास सहयोग है और वह उसके मानव संसाधन विकास कार्यक्रमों का समर्थन करने तथा फलस्तीनी संस्थानों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। जयशंकर ने यह टिप्पणी मिस्त्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान की।
गाजा शांति योजना को साकार करने में मिस्त्र के योगदान की भी सराहना
उन्होंने गाजा शांति योजना को साकार करने में मिस्त्र के योगदान की भी सराहना की और विशेष रूप से मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी द्वारा इस सप्ताह शांति के लिए शर्म अल-शेख शिखर सम्मेलन की मेजबानी का उल्लेख किया।
जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति सीसी द्वारा उन्हें शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किए जाने की सराहना की। शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश राज्य मंत्री केवी सिंह ने किया।
उन्होंने कहा, ''हमें पूरी उम्मीद है कि यह शिखर सम्मेलन और इसकी समझ बेहतर भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी। भारत इस क्षेत्र में स्थायी और न्यायसंगत शांति के लिए सभी प्रयासों का पुरजोर समर्थन करता रहेगा।''
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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