"हम हथियार नहीं डालेंगे", लेबनान में अमेरिका की मांग पर घमासान; हिज्बुल्लाह का इजरायल को दो टूक जवाब
हिज्बुल्लाह नेता नैम कासिम ने इजरायल और अमेरिका की सीजफायर की मांग को खारिज करते हुए कहा कि उनका संगठन अपने हथियार नहीं छोड़ेगा। आशूरा के मौके पर समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने इजरायली धमकियों के आगे न झुकने की बात कही। कासिम ने इजरायल द्वारा आक्रमण बंद करने कैदियों को छोड़ने और युद्धबंदी का पालन करने की शर्त रखी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और अमेरिका की ओर से हथियार डालने की मांग को हिज्बुल्लाह ने सख्ती से खारिज कर दिया। रविवार को आशूरा के मौके पर हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए संगठन के नेता नैम कासिम ने कहा कि उनका संगठन न अब और न बाद में अपने हथियार छोड़ेगा।
नैम कासिम का यह बयान अमेरिकी दूत थॉमस बर्राक की लेबनान यात्रा से ठीक पहले आया है, जिसमें वे हिज्बुल्लाह को इस साल के अंत तक निष्क्रिय करने की मांग रखने वाले हैं।
हिज्बुल्लाह नेता का बयान
हिज्बुल्लाह के नेता ने साफ कहा है कि इजरायली धमकियों के आगे वे झुकने नहीं वाले हैं। यह बयान आशूरा के मौके पर दिया गया, जिसमें काले कपड़े कपड़े पहने हजारों समर्थक शामिल हुए और हिज्बुल्लाह, लेबनान, फलिस्तीनी और ईरानी झंडे भी लहराए गए।
कासिम ने कहा, "इजरायल की धमकी हमें आत्मसमर्पण के लिए मजबूर नहीं कर सकती है। जब तक इजरायल का आक्रमण बंद नहीं होता है, हम हथियार नहीं छोड़ेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल को पहले कैदियों को छोड़ना होगा और युद्धबंदी का पालन करना चाहिए।
लेबनान सरकार ने क्या कहा?
लेबनान की नई सरकार जो पिछले साल ही इजरायल और हिज्बुल्लाह युद्ध के बाद बनी थी, उसने बार-बार कहा है कि देश में केवल सरकार के पास हथियार रखने का अधिकार हगा। लेकिन हिज्बुल्लाह का कहना है कि बातचीत तभी संभव है जब इजरायल शांति समझौते का पालन करे।
संयुक्त राष्ट्र की सीजफायर डील के मुताबिक, हिज्बुल्लाह को लितानी नदी के उत्तर में जाना था और इजरायल को पूरी तरह से लेबनान से पीछे हटना था। लेकिन इजरायल अब भी पांच रणनीतिक इलाकों में मौजूद है और हिज्बुल्लाह पर हमले जारी हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।