हमास- हिजबुल्ला से लड़ाई के बीच, इजरायल की घरेलू खुफिया सेवा के प्रमुख ने की इस्तीफे की घोषणा
इजरायल की घरेलू खुफिया सेवा शिन बेट के प्रमुख रोनेन बार ने इस्तीफा देने की घोषणा की है। वह 15 जून को पद छोड़ देंगे। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पूर्व में उन्हें हटाने की कोशिश की थी। इजरायल में आतंकवाद-रोधी जांच का जिम्मा संभालने वाली शिन बेट नेतन्याहू की दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार के विरुद्ध बढ़ते राजनीतिक संघर्ष के केंद्र में रही है।

रॉयटर, यरुशलम। इजरायल की घरेलू खुफिया सेवा 'शिन बेट' के प्रमुख रोनेन बार ने इस्तीफा देने की घोषणा की है। वह 15 जून को पद छोड़ देंगे। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पूर्व में उन्हें हटाने की कोशिश की थी।
नेतन्याहू ने रोनेन बार को लेकर कही थी ये बात
इजरायल में आतंकवाद-रोधी जांच का जिम्मा संभालने वाली 'शिन बेट' नेतन्याहू की दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार के विरुद्ध बढ़ते राजनीतिक संघर्ष के केंद्र में रही है। नेतन्याहू ने 16 मार्च को कहा था कि वह काफी पहले रोनेन बार पर भरोसा खो चुके हैं। लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने रोनेन बार को बर्खास्त करने के सरकार के प्रयास पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी थी।
नेतन्याहू उन्हें पहले ही बर्खास्त करना चाहते थे
रोनेन ने दावा किया था कि नेतन्याहू उन्हें इसलिए बर्खास्त करना चाहते थे क्योंकि उन्होंने इजरायली प्रदर्शनकारियों की जासूसी करने और भ्रष्टाचार के मुकदमे को बाधित करने समेत विभिन्न आग्रहों को मानने से इनकार कर दिया था। इन आरोपों के जवाब में नेतन्याहू ने रोनेन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था।
इजरायली हमलों में गाजा में 51 लोगों की मौत
इजरायल का हमला जारी रहने के बीच गाजा पट्टी के अस्पतालों में पिछले 24 घंटों में 51 फलस्तीनियों के शव लाए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि इसी के साथ ही पिछले डेढ़ साल से चल रहे इजराइल-हमास युद्ध में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या 52,243 हो गई है।
इजरायल ने 18 मार्च को अचानक बमबारी करके हमास के साथ अपने युद्ध विराम को समाप्त कर दिया और तब से वह प्रतिदिन हमला कर रहा है। उधर, सशस्त्र सैन्यबलों ने एक बफर जोन का विस्तार किया है और दक्षिणी शहर रफाह को घेर लिया है और अब लगभग 50 प्रतिशत क्षेत्र पर उनका नियंत्रण है।
इजरायल ने दक्षिणी शहर रफाह को घेर लिया है
इजरायली अधिकारियों का कहना है कि नए सिरे से आक्रामक कार्रवाई और कड़ी नाकाबंदी का उद्देश्य हमास पर सात अक्टूबर, 2023 को हमले के दौरान अगवा कर बंधक बना लिए गए लोगों को रिहा करने के लिए दबाव डालना है, जिसके कारण युद्ध शुरू हुआ था।
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