गाजा में हर रोज जा रही 28 बच्चों की जान, यूएन ने जताई चिंता; इजरायल ने भी हमास पर लगाया आरोप
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार गाजा में इजरायल की कार्रवाई में रोजाना औसतन 28 बच्चे मारे जा रहे हैं। बमबारी कुपोषण और मानवीय सहायता की कमी से बच्चों की मौतें हो रही हैं। 7 अक्टूबर 2023 से अब तक 18 हजार से ज्यादा बच्चों की जान जा चुकी है। इजरायल ने हमास पर बंधकों को भूखा मारने का आरोप लगाया है।

एएनआई, तेल अवीव। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में चिंता जताई है कि गाजा पट्टी में इजरायल की आक्रामक कार्रवाई के चलते रोजाना औसतन 28 बच्चे मारे जा रहे हैं। वे बम हमलों या मानवीय सहायता न मिलने से भूख और कुपोषण का शिकार हो रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा कि बम हमलों, कुपोषण, भुखमरी, जरूरी सेवाओं और मानवीय सहायता के अभाव में बच्चों की रोज होने वाली मौतें परेशान करने वाली हैं।
2023 के बाद से जा चुकी है 18 हजार बच्चों की जान
यूएन रिपोर्ट के अनुसार, सात अक्टूबर 2023 के बाद गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल की तरफ से चलाए जा रहे सैन्य अभियान में अब तक 18 हजार से ज्यादा बच्चों की जान जा चुकी है। हर घंटे एक बच्चे की मौत काफी चिंताजनक है। गाजा में अब तक कुल 60,933 फलस्तीनी मारे गए हैं और डेढ़ लाख से ज्यादा घायल हुए हैं। बुधवार को गाजा में इजरायली हमले में 83 लोगों की मौत हुई, जिसमें 58 लोग मानवीय सहायता लेने के लिए एकत्र हुए थे।
गाजा पर इजरायली कब्जे की खबरें चिंताजनक
रायटर के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव मिरोस्लोव जेंका ने कहा है कि गाजा पर इजरायली कब्जे की तैयारियों की खबरें गंभीर रूप से ¨चताजनक हैं। एक दिन पहले इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पर कब्जे को लेकर उच्चा सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
बंधकों को भूखा मार रहा हमास: इजरायल
एपी के अनुसार, इजरायल ने हमास के कब्जे से अपने नागरिकों को मुक्त कराने के लिए मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई। ये बंधक पिछले करीब दो साल से हमास के कब्जे में हैं। हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक इजरायली बंधक अपनी कब्र खोदते दिखा था।
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