'हमें तो कुछ पता ही नहीं है...', ट्रंप के गाजा शांति योजना को लेकर हमास ने और क्या कहा?
इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने शांति योजना पेश की है जिसके बारे में हमास का कहना है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है। गाजा के लोगों ने भी इस योजना पर संदेह जताया है उनका मानना है कि यह केवल दिखावा है और इससे युद्ध समाप्त नहीं होगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच करीब दो साल से चल रहे युद्ध के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने शांति योजना की पेशकश की है। लेकिन हमास की ओर से कहा जा रहा है कि उन्हें ऐसी किसी भी योजना के बारे में नहीं बताया गया है।
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि फलस्तीनी उग्रवादी समूह को अभी तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की गाजा शांति योजना नहीं मिली है।
अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "हमें ट्रंप का प्रस्ताव नहीं मिला है। हम इसका अध्ययन करेंगे और मिलते ही इस पर प्रतिक्रिया देंगे।"
गाजा के लोगों का क्या है कहना?
ट्रंप की शांति योजना को लेकर गाजा के लोगों ने शक जाहिर किया है। उनका कहना है कि ये महज एक दिखावा है। ऐसा इसलिए क्योंकि पहले भी ट्रंप युद्ध को समाप्त करने में विफल रहे हैं।
39 वर्षीय इब्राहिम जौदेह ने दक्षिणी गाजा के तथाकथित मानवीय क्षेत्र अल-मवासी में अपने शेल्टर से बताया, "यह साफ है कि यह योजना अवास्तविक है। इसमें ऐसी शर्तें रखी गई हैं जिनके बारे में अमेरिका और इजरायल को पता है कि हमास इन्हें कभी स्वीकार नहीं करेगा। हमारे लिए इसका मतलब है कि युद्ध और पीड़ा जारी रहेगी।"
'हम तमाशे को स्वीकार नहीं करेंगे'
अबू माजेन नासर भी इस शांति योजना को लेकर बेहद निराश हैं। उन्हें डर है कि इस योजना का उद्देश्य फलस्तीनी गुटों को बहकाकर गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को रिहा कराना है और बदले में कोई शांति नहीं लाना है।
वह कहते हैं, "यह सब छल-कपट है। युद्ध समाप्त करने की आधिकारिक गारंटी के बिना सभी कैदियों को सौंपने का क्या मतलब है? हम लोग इस तमाशे को स्वीकार नहीं करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "हमास अब इस समझौते के बारे में जो भी निर्णय ले, वह बहुत देर हो चुकी है। हमास ने हमें खो दिया है और अपनी बनाई बाढ़ में हमें डुबो दिया है।"
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