इराक के साथ ईरान और लेबनान में भी कुरान जलाने के विरोध में प्रदर्शन, प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील
बगदाद स्थित स्वीडिश दूतावास पर हमले के बाद शुक्रवार को भी इराकी शिया धर्मगुरु व राजनेता मुक्तदा अल-सद्र के समर्थकों ने बगदाद में एकत्र हो प्रदर्शन किय ...और पढ़ें

बगदाद, एपी: स्वीडन में कुरान की प्रति जलाए जाने के विरोध में मुस्लिम बहुल देशों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बगदाद में हिंसक विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद शुक्रवार को इराक के साथ ईरान और लेबनान में भी हजारों प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए। उन्होंने स्वीडन के झंडे जलाकर कुरान की बेअअबी पर रोष जताया।
गुरुवार को बगदाद स्थित स्वीडिश दूतावास पर हमले के बाद शुक्रवार को भी इराकी शिया धर्मगुरु व राजनेता मुक्तदा अल-सद्र के समर्थकों ने बगदाद में एकत्र हो प्रदर्शन किया। बेरुत में भी इरान समर्थित मिलिशिया हिजबुल्ला समर्थकों ने प्रदर्शन किया। इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की। इरान के तेहरान में भी प्रदर्शनकारियों ने मार्च किया।
बेअदबी के विरोध में पत्र लिखा
इरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दोल्लाहियान ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव को कुरान की बेअदबी के विरोध में पत्र लिखा है। उन्होंने स्वीडिश राजदूत को भी समन किया है। इसी तरह लेबनान के शिया उग्रवादी समूह हिजबुल्ला ने भी विरोध जताया है।
ईरान और लेबनान में आक्रोश बढ़ा
गुरुवार को स्वीडिश दूतावास पर हमले के बाद स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम में भी दो ईसाई प्रदर्शनकारियों ने इराकी दूतावास के बाहर एक पुस्तक को लात मारी और उस पर खड़े हो गए, कहा जा रहा है कि यह कुरान थी। इस घटना के बाद इराक के साथ ईरान और लेबनान में आक्रोश बढ़ गया। पाकिस्तान ने भी कुरान से जलाए जाने की घटना की निंदा की है।
स्वीडन ने इराक से दूतावास कर्मियों को बुलाया
स्वीडन ने सुरक्षा के मद्देनजर इराक से अपने दूतावास कर्मियों को अस्थायी रूप से वापस बुला लिया है। स्वीडिश टेलकाम गियर कंपनी इरिक्शन ने भी शुक्रवार को बताया कि इराक ने अपने यहां का वर्क परमिट निलंबित कर दिया है। इराक ने गुरवार को स्वीडन के राजदूत को निष्कासित करने के साथ अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया था और राजनयिक संबंध तोड़ने की बात कही थी।

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