'रात में बगीचे में सैनिकों की आत्माओं को घूमते देखा', क्यों भूतिया माना जाता है जापान PM का आवास? यह है इसकी पूरी कहानी
जापान के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास भूतिया है। ऐसी अफवाहें पूरे जापान में हैं। इस बीच जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास में जाने की इच्छा जताई है। हालांकि उन्होंने सुरक्षा कारणों से अभी तक तारीख का एलान नहीं किया है। जब उनसे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भूत-प्रेत के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि मुझे कोई खास डर नहीं है।
रॉयटर्स, टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास भूतिया है। ऐसी अफवाहें पूरे जापान में हैं। इस बीच जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास में जाने की इच्छा जताई है। हालांकि उन्होंने सुरक्षा कारणों से अभी तक तारीख का एलान नहीं किया है। जब उनसे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भूत-प्रेत के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि मुझे कोई खास डर नहीं है। मैं जल्द से जल्द वहां जाना चाहूंगा। वास्तव में कुछ देखना डरावना हो सकता है। मगर यह ऐसी चीज नहीं है जिससे हम चिंतित हैं।
प्रधानमंत्री की यहां हो चुकी हत्या
प्रधानमंत्री आवास का निर्माण 1929 में हुआ था। हालांकि तब यह प्रधानमंत्री का कार्यालय था। दो मंजिला इमारत लगभग 5,183 वर्ग मीटर में फैला है। इमारत की डिजाइन इंपीरियल होटल से काफी हद तक प्रेरित है। जापान के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास कई हिंसक घटनाओं का भी साक्षी रहा है। 1932 में सैन्य तख्तापलट को भी इमारत ने देखा। उस वक्त नौसेना अधिकारियों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री त्सुयोशी इनुकाई की इसी इमारत में हत्या की थी।
सैन्य विद्रोह की गवाह है इमारत
1936 में यह इमारत एक और सैन्य विद्रोह की गवाह बनी। विद्रोह में गोली लगने से पांच लोगों की जान गई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री केसुके ओकाडा ने एक कोठरी में छिपकर अपनी जान बचाई थी। लंबे समय के अंतराल के बाद जापान की सरकार ने इस भव्य और ऐतिहासिक इमारत के जीर्णोद्धार की योजना बनाई। लगभग 8.6 बिलियन येन की लागत से पूरी इमारत को आधुनिक और भव्य रूप दिया गया है। 2005 में इस इमारत को आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास घोषित किया गया।
(जापान के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास। फोटो- asahi)
पूर्व पीएम की पत्नी ने किया जिक्र
हिंसक घटनाओं की वजह से इमारत को भूत-प्रेत से जोड़ा जाता है। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री सुतोमु हाटा की पत्नी यासुको हाटा ने 1996 में अपने संस्मरण में आवास पर बिताए अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि इमारत में हमने भयानक और दमनकारी मौजूदगी महसूस की। उन्होंने यह भी दावा किया था कि रात में बगीचे में सैन्य अधिकारियों की आत्माओं को घूमते देखा।
शिंजो आबे से पूर्व पीएम बोले- हमने भूत देखे
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री योशिरो मोरी ने एक बार शिंजो आबे से कहा था कि उन्हें आवास पर भूत देखे हैं। 2013 में शिंजो आबे के आवास में जाने में देरी की वजह से भूत-प्रेत की कहानी को और बल मिला। साल 2021 में जापान के पीएम किशिदा ने अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया। मगर जब उनसे भूतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि कोई भूत नहीं देखा है। रात में अच्छी नींद आती है।
तो इस वजह से यहां नहीं ठहरे थे आबे
शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने आधिकारिक आवास की जगह टोक्यो के शिबुया जिले में स्थित अपने निजी घर में रहने के विकल्प को चुना। जापान में यह माना जाता है कि 2006 से 2007 तक आबे के पहले कार्यकाल से पहले छह प्रधानमंत्रियों ने इस इमारत में रहना चुना। मगर उनका कार्यकाल महज एक साल और कुछ महीनों से अधिक नहीं चल सका। आबे के यहां न रहने के पीछे एक वजह यह भी मानी जाती है।
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