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    विमानों में Fuel का काम करेगा Cooking Oil, कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकता है खाना पकाने वाला तेल

    जापान में कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल फ्यूल के रूप में किया जा सकता है। शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जापान में खाना पकाने वाले तेल का उपयोग विमान में ईंधन या टिकाऊ विमान में ईंधन (Sustainable Aviation Fuel) के रूप में किया जा सकता है।

    By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 03 Jan 2023 06:03 PM (IST)
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    जापान में कुकिंग ऑयल का उपयोग विमान में फ्यूल के रूप में किया जा सकता है।

    टोक्यो, एजेंसी। शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जापान ने एक नायाब तरीका ढूंढ निकाला है। एनएचके वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, अब विमानों में कुकिंग ऑयल, फ्यूल का काम करेगा। जापान स्थित मीडिया हाउस एनएचके वर्ल्ड ने हाल ही में कुछ लोगों का साक्षात्कार लिया, जिन्होंने इस्तेमाल किए गए खाना पकाने के तेल की प्रासंगिकता के बारे में बात की। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, टोक्यो में मौजूद रेस्तरां 'इजाकाया' के प्रबंधक सुबोई यासुयुकी ने बताया कि हर महीने उनके रेस्तरां में नियमित रूप से खाना पकाने के तेल के 18 लीटर ड्रम की खपत होती है।

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    विमान में ईंधन के रूप में काम किया जा सकता है कुकिंग ऑयल 

    उन्होंने कहा कि आमतौर पर वे इस्तेमाल किए गए तेल को लेने के लिए डिजपोजल कंपनियों को भुगतान करते थे। हालांकि, अब कंपनी इस तेल को मुफ्त में लेने के लिए तैयार हैं। कई कंपनियां उनसे तेल लेने के लिए पैसे देने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम पहले जिस इस्तेमाल किए गए तेल को बेकार समझते थे, आज उसी तेल के लिए लोग पैसे दे रहे हैं। क्योंकि खाना पकाने वाले तेल का उपयोग विमान में ईंधन या टिकाऊ विमान में ईंधन (Sustainable Aviation Fuel) के रूप में किया जा सकता है, जिसकी वजह से इस्तेमाल किए गए कुकिंग ऑयल की डिमांड काफी बढ़ गई है।

    कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए एसएएफ का किया जा रहा प्रयोग 

    पिछले साल जापान में इकट्ठा किए गए 4,00,000 टन में से लगभग एक तिहाई का उपयोग हवाई जहाज और अन्य प्रकार के वाहनों के लिए ईंधन के रूप में किया गया था। उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि अगर इस बारे में बात करें कि विमानन उद्योग उपयोग किए गए खाना पकाने के तेल या SAF पर इतना निर्भर क्यों है? तो इसका जवाब है कि टिकाऊ विमानन ईंधन (SAF) का उपयोग कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए किया जा रहा है।

    बता दें कि एयर ट्रांसपोर्ट एक्शन ग्रुप के विशेषज्ञों के अनुसार, विमानन क्षेत्र ने 2019 में 115 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन का उत्पादन किया। यह सभी विश्व उत्सर्जन का लगभग 2 प्रतिशत दर्शाता है। हालांकि,एनएचके वर्ल्ड के अनुसार, कुकिंग ऑयल का प्रयोग फ्यूल के लिए रूप में करते हुए सिर्फ अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन के उद्देश्य का सिर्फ 20 से 30 प्रतिशत तक की कटौती करने में सफल होंगी।

    बता दें कि JGC, Cosmo Oil, और REVO International, Act For Sky के तीन सदस्य, SAF को घरेलू स्तर पर बनाने की पहल कर रहे हैं। वे अब लगभग 30,000 टन के तीन साल के उत्पादन उद्देश्य के साथ सकाई शहर, ओसाका में एक सुविधा का निर्माण कर रहे हैं। भले ही यह एक अपेक्षाकृत छोटी राशि है, जापान ने इस प्रकार की कई और पहलों की योजना बनाई है। एक्ट फॅार स्काई में शामिल एक JGC कार्यकारी निशिमुरा युकी ने बताया कि इस समय खाना पकाने के तेल को वर्तमान में विदेशों में भेजा जाता है, एसएएफ में संसाधित किया जाता है और जापान वापस लाया जाता है।'

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