जापान का प्रधानमंत्री चुने जाने से पहले बनना होगा सत्तारूढ़ पार्टी एलडीपी का अध्यक्ष
राष्ट्रपति ट्रंप ने जापान के पीएम एबी शिंजो को महान दोस्त बताया है। साथ ही स्वास्थ्य कारणों के चलते उनके पद छोड़ने के फैसले पर चिंता व्यक्त की है।
टोक्यो, एजेंसियां। जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले एबी शिंजो के अचानक इस्तीफे से देश में राजनीतिक शून्यता आ गई है। पीएम के पद तक पहुंचने के लिए किसी भी नेता को पहले सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) का अध्यक्ष बनना होगा और उसके बाद संसद में वोटिंग के जरिये नए प्रधानमंत्री का चुनाव होगा।
नया प्रधानमंत्री चुने जाने तक एबी शिंजो सरकार चलाते रहेंगे
एबी शिंजो और उनका मंत्रिमंडल तब तक सरकार चलाते रहेंगे जब तक कि नया प्रधानमंत्री नहीं चुना जाता है। सितंबर 2021 तक एलडीपी सत्ता में रहेगी। पार्टी को निचले सदन में बहुमत प्राप्त है।
पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए अभी तारीखों का एलान नहीं हुआ
आमतौर पर पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए एक महीने पहले घोषणा की जाती है। इसके तहत संसद सदस्यों को पार्टी के जमीनी स्तर के सदस्यों के साथ वोटिंग करनी होती है। हालांकि असाधारण मामले में जल्द से जल्द चुनाव कराने की व्यवस्था है, लेकिन अभी तारीखों का एलान नहीं किया गया है।
एबी शिंजो के आलोचक इशिबा सर्वे में सबसे आगे चल रहे हैं
स्थानीय मीडिया में 15 सितंबर को चुनाव कराए जाने की बात सामने आ रही है। पूर्व रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री एबी शिंजो के आलोचक इशिबा मीडिया के सर्वे में सबसे आगे चल रहे हैं। हालांकि उनकी अपनी ही पार्टी में स्वीकार्यता कम है। मृदुभाषी इशिबा ने 2012 में पहले राउंड में एबी शिंजो को हरा दिया था। हालांकि दूसरे राउंड में वह हार गए थे। दूसरे राउंड में केवल सांसद वोट डालते हैं। 2018 में पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में उन्हें एबी शिंजो से मात खानी पड़ी थी।
ट्रंप ने जापान के पीएम को महान दोस्त बताया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के प्रधानमंत्री एबी शिंजो को महान दोस्त बताया है। साथ ही स्वास्थ्य कारणों के चलते उनके पद छोड़ने के फैसले पर चिंता व्यक्त की है। ट्रंप ने कहा, 'एबी अपने देश से बहुत प्यार करते हैं। मैं शीघ्र ही उनसे फोन पर बात करूंगा।' उधर, जापान की सरकारी समाचार एजेंसी क्योदो ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सोमवार को जापानी समय के अनुसार पीएम शिंजो राष्ट्रपति ट्रंप से बात करके अपने इस्तीफे के बारे में जानकारी देंगे। हालांकि जब इस बारे में विदेश मंत्री से पूछा गया तो उन्होंने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।