ईरान की वो डांसिंग मिसाइल, जिसने इजरायल में मचाई तबाही; जानें क्यों चर्चा में आई 'Sejjil'
सेजील मिसाइल की मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। इस मिसाइल को काफी तेजी से लॉन्च किया जा सकता है और यह सॉलिड फ्यूल से चलती है। सेजील मिसाइल अपनी फैमिली की दूसरी पीढ़ी की मिसाइल है, जो इसे और भी ज्यादा ताकतवर और सटीक बना देता है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और ईरान के बीच शुरू हुए टकराव को 9 दिन बीत चुके हैं और दोनों ओर से मिसाइलों और ड्रोन से हमले जारी हैं। जंग की शुरुआत में इजरायल ने न सिर्फ ईरान के कई प्रमुख प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया था, बल्कि कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को भी मौत के घाट उतारा था।
इजरायल की मिसाइलों और बमों ने तेहरान में जमकर तांडव मचाया था। इसके बाद गुरुवार से ईरान ने मोर्चा संभाला और इजरायल पर लगातार हमले किए। ईरान ने अपनी शक्तिशाली स्टेज-2 बैलिस्टिक मिसाइल से तेल अवीव पर कहर ढाया।
इजरायल की तरह-तरह की मिसाइलों के बाद ईरान ने Fattah-1 मिसाइल से तेल अवीव पर हमला किया था, जिसकी चर्चा हर ओर होने लगी थी। अब तक Fattah-1 की चर्चा खत्म भी नहीं हुई थी कि ईरान ने अपने पिटारे से एडवांस स्टेज-2 सेजील बैलिस्टिक मिसाइल (Sejil Missile) निकाल दी।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट से ये कन्फर्म हो चुका है कि तेल अवीव पर दागी गई मिसाइल कोई आम मिसाइल नहीं थी, ये सेजील बैलिस्टिक मिसाइल थी, जिसकी क्षमता भारत की ब्रह्मोस मिसाइल से कहीं ज्यादा है।
क्या है स्टेज-2 सेजील मिसाइल?
बात करें सेजील मिसाइल की, तो ये मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। इस मिसाइल को काफी तेजी से लॉन्च किया जा सकता है और यह सॉलिड फ्यूल से चलती है। सेजील मिसाइल अपनी फैमिली की दूसरी पीढ़ी की मिसाइल है, जो इसे और भी ज्यादा ताकतवर और सटीक बना देता है।
इसकी मारक क्षमता की बात करें तो लगभग 2000 से लेकर 2500 किलोमीटर तक यानि यह ईरान से सीधे इजरायल जैसे देशों को निशाना बना सकती है। यह मिसाइल दुश्मन के रडार को चकमा देने में बेहद एक्सपर्ट है, जिस वजह से इसे इंटरसेप्ट करना बहुत मुश्किल है।
क्यों कहते हैं इसे डांसिंग मिसाइल?
- सेजील मिसाइल की लंबाई 59 फीट है और ये 700 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकती है। इस मिसाइल को डांसिंग मिसाइल इसलिए कहते हैं क्योंकि ये हाइली मैनुवरेबल है।
- सीधी भाषा में कहे तो यह मिसाइल अपने टार्गेट की ओर बड़ी तेजी से और आसानी से घूम-घूमकर अटैक कर सकती है।
- इसकी ताकत की बात करें तो इजरायल के आयरन डोम और एरो जैसे एडवांस और पावरफुल डिफेंस सिस्टम को भी ये भेद सकती है।
भारत की ब्रह्मोस से कितनी ताकतवर है सेजील मिसाइल?
- अगर बात करें ब्रह्मोस और सेजील मिसाइल की ताकत के बारे में जो दोनों में बहुत अंतर है।
- ब्रह्मोस ने पाकिस्तान में घुसकर तबही मचाई थी और सेजील ने इजरायल को खून के आंसू रुला दिए।
- ब्रह्मोस सुपसोनिक क्रूज मिसाइल है, जबकि सेजील मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है।
- ब्रह्मोस लिक्विड और सॉलिड फ्यूल पर आधारित है, जबकि सेजील पूरी तरह से सॉलिड फ्यूल पर चलती है।
- ब्रह्मोस की गति Mach 2.8 से 3.0 है, जबकि सेजील मिसाइल की Mach 12-14 की शानदार गति है।
- ब्रह्मोस की रेंज 1000KM है, जबकि सेजील की रेंज 2000-2500KM है।
- सेजील की वॉरहेड क्षमता ब्रह्मोस से तीन गुना ज्यादा है, लेकिन परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता दोनों में है।
- दोनों ही इनर्शियल, जीपीएस की मार्गदर्शन प्रणाली पर चलती है।
- दोनों ही अपनी तेजी की वजह से दुश्मन के रडार को धोखा दे सकती है।
सेजील का इतिहास और विकास
- 1990:- सेजील को बनाने का काम 1990 में शुरू हुआ। इसके विकास में चीन से तकनीकी सहायता मिली।
- 2008:- सेजील मिसाइल का पहला सफल परीक्षण 2008 में हुआ, जिसमें मिसाइल ने 800 किमी की दूरी तय की।
- 2009:- सेजील-2 का परीक्षण साल 2009 में किया गया, जिसमें बेहतर नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली का उपयोग हुआ। यह मिसाइल 1900 किमी तक हिंद महासागर में गई।
- 2014:- सेजील मिसाइल को IRGC की सेवा में शामिल किया गया।
- 2025:- इजरायल पर हमले के दौरान पहली बार युद्ध में किया गया इस्तेमाल।
इजरायल ने क्या दावा किया?
बता दें, 19 जून को ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इजरायल पर मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल सेजील दागी। यह पहली बार था जब इस मिसाइल का इस्तेमाल युद्ध में किया गया।
ईरान का दावा है कि यह मिसाइल ऑपरेशन ट्रू प्रोमिस 3 का हिस्सा थी, जिसके तहत उसने इजरायल के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। हालांकि, इजरायल ने अपनी तरफ से कहा कि उसने इस मिसाइल को बीच में ही नष्ट कर दिया था। केवल इसके टुकड़ों से एक वाहन को मामूली नुकसान हुआ।
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