Tibet Earthquake: इमारतें धराशायी, चारों तरफ मलबा... तिब्बत में आए भूकंप ने मचाई कितनी तबाही, तस्वीरों में देखिए
तिब्बत में आए खतरनाक भूकंप ने चीन और नेपाल के लाखों लोगों को दहशत में ला दिया। भूकंप की वजह कई इमारतों को नुकसान पहुंचा। भूकंप का झटका फील होते ही लोग अपने घरों से बाहर भागने लगे। तीव्रता इतनी तेज थी कि नेपाल के अलावा भारत के कुछ हिस्सों में भी धरती डोल गई। चीन की सेना ड्रोन के जरिए हालात का जायजा ले रही है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तिब्बत में मंगलवार सुबह आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है। अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और करीब सैकड़ों घायल बताए जा रहे हैं। भूकंप की वजह से कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.8 मापी गई है। देखिए तबाही की तस्वीरें...
(फोटो: एएफपी)
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, सुबह 7 बजे के लगभग 4 से 5 तीव्रता के 6 से अधिक झटके आए। इन झटकों ने 2015 में नेपाल में आए भूकंप की याद ताजा कर दी।
(फोटो: एएफपी)
भूकंप के झटकों से कई इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं। लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की भागने लगे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई।
(फोटो: एएफपी)
चीन में एक ग्राउंड पर कुछ छात्र फुटबॉल खेल रहे थे। भूकंप के झटके महसूस होते ही सभी अपनी जगह पर रुक गए। भूकंप से लोगों ने थोड़ी देर के लिए दहशत फैल गई।
(फोटो: एएफपी)
भूकंप के बाद पहाड़ों से पत्थर भी गिरने लगे। कई इलाकों में सड़कों पर मलबा जमा हो गया। जानमाल का भारी नुकसान हुआ है।
(फोटो: रॉयटर्स)
नेपाल के कई जिलों में भी लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए। सड़क पर बिजली के खंभे और पेड़ हिलते हुए देखे गए। लोग काफी देर तक सहमे रहे।
(फोटो: एएफपी)
भूकंप का असर भारत में भी देखा गया। बिहार, असम, बंगाल और सिक्किम में भी धरती डोली। बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मोतिहारी, बेगूसराय, मुंगेर, शिवहर और सारण में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
बंगाल के मालदा और कुछ और इलाकों में भी झटके महसूस किए गए। तिब्बत में रुक-रुककर भूकंप के झटके आ रहे हैं।
2015 में नेपाल में भी काफी अधिक तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे जानमाल का भारी नुकसान हुआ था।
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