SCO Summit 2025: पुतिन ने जमकर की भारत और चीन की तारीफ, यूक्रेन में तख्तापलट पर दे दिया बड़ा बयान
चीन में एससीओ शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन संकट को सुलझाने में भारत और चीन के प्रयासों की सराहना की। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में संकट पश्चिमी समर्थित तख्तापलट का नतीजा है आक्रमण का नहीं। उन्होंने एससीओ को अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के समाधान में महत्वपूर्ण बताया और सदस्य देशों के बीच व्यापार में राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग पर जोर दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन के तियानजिन शहर में एससीओ शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। आज इस शिखर सम्मेलन का दूसरा और आखिरी दिन है। एससीओ सम्मेलन को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी संबोधित किया।
अपने संबोधन के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन संकट को सुलझाने के लिए भारत और चीन के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी अलास्का बैठक के विवरण द्विपक्षीय बैठकों के दौरान नेताओं को बताएंगे।
यूक्रेन में तख्तापलट पर दे दिया बड़ा बयान
इसके साथ ही रूस के रुख को दोहराते हुए राष्ट्रपति पुतिन के कहा कि यूक्रेन में संकट आक्रमण के परिणामस्वरूप नहीं, बल्कि यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों द्वारा समर्थित कीव में तख्तापलट के परिणामस्वरूप उत्पन्न हुआ है।
उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अलास्का शिखर सम्मेलन में हुई सहमति ने यूक्रेन में शांति का मार्ग प्रशस्त किया है। तियानजिन शहर में आयोजित इस शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में बोलते हुए पुतिन ने कहा कि एससीओ के भीतर संवाद पुराने यूरोकेंद्रित और यूरो-अटलांटिक मॉडलों की जगह एक नई यूरेशियन सुरक्षा प्रणाली की नींव रखने में मदद करता है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के समाधान का प्रयास करता है SCO: पुतिन
सत्र में सदस्य देशों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि एससीओ अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सार्थक बात करता है। इसके साथ ही ये संगठन हमेशा इन मुद्दों के समाधान में अपनी अहम भूमिका निभाता है।
पुतिन ने कहा कि एससीओ देशों के बीच व्यापार के आपसी समझौतों में राष्ट्रीय मुद्राओं का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है। एससीओ के भीतर सहयोग के विकास की गति प्रभावशाली है।
चीनी राष्ट्रपति ने दिया उद्घाटन संबोधन
इन सब से पहले चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सोमवार को एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 25वीं बैठक को संबोधित करते हुए शंघाई सहयोग संगठन से निष्पक्षता और न्याय बनाए रखने का आह्वान किया।
चिनफिंग ने कहा कि हमें द्वितीय विश्व युद्ध पर एक सही ऐतिहासिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना चाहिए, शीत युद्ध की मानसिकता का विरोध करना चाहिए, टकराव और धमकाने वाली प्रथाओं को रोकना चाहिए। (समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)
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