शोधकर्ताओं का दावा- लैब से नहीं, बल्कि चीन के सीफूड मार्केट में बिकने वाले रेकून कुत्ते से फैला कोरोना वायरस
रेकून जैसे चेहरों के नाम पर रखे जाने वाले कुत्तों को अक्सर उनके फर के लिए चीन में पाला जाता है और पूरे चीन के पशु बाजारों में मांस के लिए बेचा जाता है। हालांकि कई विशेषज्ञों ने इस दावे को मानने से फिलहाल इनकार भी कर दिया है।
बीजिंग, एपी। कोरोनावायरस महामारी (Covid 19) को लेकर अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं की एक टीम ने शुक्रवार को एक अहम जानकारी दी है। शोधकर्ताओं का मानना है कि मुमकिन है कि कोरोनावायरस जानवरों से उत्पन्न हुआ है। दरअसल, चीन के वुहान बाजार से एकत्र की गई जेनेटिक सामग्री एक रेकून डॉग डीएनए से मेल खा रहा है।
शोधकर्ताओं की टीम ने एक शोध करने के बाद जानकारी दी कि मुमकिन है कि कोविड 19 किसी लैब की जगह जानवरों से फैला हो।
वायरोलॉजिस्ट, एंजेला रासमुसेन, जो इस शोध का हिस्सा थे, उन्होंने कहा कि यह वास्तव में एक मजबूत संकेत है कि बाजार में जानवर संक्रमित थे। वास्तव में कोई अन्य स्पष्टीकरण नहीं है जो किसी भी तरह से समझ में आता है। बता दें कि इस विश्लेषण का नेतृत्व तीन प्रमुख शोधकर्ताओं क्रिस्टियन एंडरसन, माइकल वर्बे और एडवर्ड होम्स ने किया था।
चीन में फर के लिए पाला जाता है रेकून डॅाग
बता दें कि रेकून जैसे चेहरों के नाम पर रखे जाने वाले कुत्तों को अक्सर उनके फर के लिए चीन में पाला जाता है और पूरे चीन के पशु बाजारों में मांस के लिए बेचा जाता है। हालांकि, कई विशेषज्ञों ने इस दावे को मानने से फिलहाल इनकार भी कर दिया है।
जानवरों से नहीं फैला कोविड 19: डब्लूएचओ
डब्लूएचओ (WHO) की COVID-19 तकनीकी प्रमुख, मारिया वान केरखोव पहले ही यह कह चुकीं हैं कि विश्लेषण में किसी जानवर के भीतर वायरस नहीं पाया गया है। इसके अलावा न ही इस बात का कोई पुख्ता सबूत मिला कि कोई जानवर इंसानों को संक्रमित करता है।
पुलवामा, एएनआइ। जम्मू और कश्मीर के पुलवामा के मित्रीगाम इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई। कश्मीर पुलिस ने जानकारी दी कि पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर मौजूद पर हैं। कश्मीर पुलिस