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    चिनफिंग ने की भारतीय सीमा पर तैनात बार्डर गार्ड की प्रशंसा

    चिनफिंग ने अपने पत्र में कहा है कि देश की सीमाओं की रक्षा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी बार्डर गार्ड की है। चिनफिंग ने सीमा पर तैनात जवानों के देश की अखंडता की रक्षा के जज्बे को देखते हुए यह पत्र लिखा है।

    By Monika MinalEdited By: Updated: Tue, 14 Sep 2021 04:42 AM (IST)
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    चिनफिंग ने की भारतीय सीमा पर तैनात बार्डर गार्ड की प्रशंसा

    बीजिंग, प्रेट्र।  चीन (China) के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) ने भारत से लगने वाली सीमा पर तैनात अपने देश की बार्डर गार्ड बटालियन की प्रशंसा की है। राष्ट्रपति ने कहा है कि पिछले पांच साल में इस बटालियन ने शानदार काम करके दिखाया है। चिनफिंग ने जिस बटालियन की प्रशंसा की है वह तिब्बत में तैनात है जिसका एक हिस्सा अरुणाचल प्रदेश से लगता है।

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    इस साल जुलाई में चिनफिंग ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा के नजदीक स्थित चीनी कस्बे निंग्ची का दौरा किया था। यहां सुदूर सीमा क्षेत्र तक आने वाले वे पहले चीनी राष्ट्रपति हैं। इस दौरे के बाद लिखे पत्र में चिनफिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी और देश के लोगों के लिए शानदार कार्य करने के लिए बार्डर गार्ड बटालियन की प्रशंसा की है। यह जानकारी चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने दी है। चीन की व्यवस्था में बार्डर गार्ड बटालियन चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के अंतर्गत कार्य करती है।

    चिनफिंग ने अपने पत्र में कहा है कि देश की सीमाओं की रक्षा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी बार्डर गार्ड की है। उन्हें हमेशा सतर्क और लड़ने के लिए तैयार रहना होता है। सरकारी शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार चिनफिंग ने सीमा पर तैनात जवानों के देश की अखंडता की रक्षा के जज्बे को देखते हुए यह पत्र लिखा है। इसके जरिये राष्ट्रपति ने देश के युवाओं को संदेश भी दिया है।

    उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति चिनफिंग चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग के प्रमुख भी हैं। यह चीन की सर्वोच्च सैन्य कमान है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक चीन के बार्डर गार्ड औसतन 4,800 मीटर या उससे ज्यादा ऊंचाई वाले स्थानों पर तैनात रहते हैं। इनमें से कई स्थानों का तापमान शून्य से 40 डिग्री सेल्सियस नीचे तक चला जाता है। वहां तेज हवाएं भी चलती रहती हैं। वहां पर कम तापमान और तेज हवाओं की यह स्थिति साल में करीब 200 दिन रहती है।