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    ताइवान के साथ रिश्ता तोड़ने के बाद होंडुरास ने चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए

    By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh Rajput
    Updated: Sun, 26 Mar 2023 09:44 PM (IST)

    होंडुरास ने कहा ताइवान चीनी क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है और होंडुरास सरकार ने राजनयिक संबंधों को समाप्त करने के बारे में ताइवान को सूचित किया है। उसने ताइवान के साथ कोई आधिकारिक संबंध या संपर्क स्थापित नहीं करने का संकल्प लिया।

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    अब ताइवान को मान्यता देने वाले देशों की संख्या 13 रह गई

    बीजिंग, एपी। होंडुरास ने ताइवान के साथ संबंध समाप्त करने के बाद चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित कर लिए। होंडुरास के साथ संबंधों को लेकर यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब स्वशासित ताइवान को लेकर चीन के बढ़ते आक्रामक रुख समेत कई मामलों पर चीन एवं अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है। इस कदम के बाद ताइवान को अब वेटिकन सिटी समेत केवल 13 देशों की मान्यता रह गई है।

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    ताइपे ने गंवाया अपना नौवां राजनयिक सहयोगी

    साई इंग वेन के मई 2016 में राष्ट्रपति बनने के बाद से ताइपे ने अपना नौवां राजनयिक सहयोगी गंवाया है। चीन के सरकारी मीडिया 'सीसीटीवी' ने होंडुरास के साथ संबंधों को लेकर यह घोषणा की। इससे पहले होंडुरास और ताइवान सरकारों ने अलग-अलग घोषणा की कि वे संबंधों को समाप्त कर रहे हैं। होंडुरास के विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा, 'होंडुरास गणराज्य की सरकार दुनिया में केवल एक चीन के अस्तित्व को मान्यता देती है और चीन सरकार एकमात्र वैध सरकार है जो पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करती है।'

    ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वु ने बताया

    होंडुरास ने कहा, 'ताइवान चीनी क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है और होंडुरास सरकार ने राजनयिक संबंधों को समाप्त करने के बारे में ताइवान को सूचित किया है। उसने ताइवान के साथ कोई आधिकारिक संबंध या संपर्क स्थापित नहीं करने का संकल्प लिया।' ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वु ने रविवार को बताया कि ताइवान ने 'अपनी संप्रभुता एवं गरिमा की रक्षा' के लिए होंडुरास के साथ अपने संबंधों को समाप्त कर लिया है। दोनों पक्षों के बीच संबंध 80 वर्ष से अधिक समय तक रहे।