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    चीन में बड़े पैमाने पर फैल रहा कोरोना, लोगों का हाल बेहाल, फिर भी सरकार मरीजों के आंकड़े को लेकर सुस्त

    By AgencyEdited By: Ashisha Singh Rajput
    Updated: Mon, 26 Dec 2022 07:22 PM (IST)

    एक दस्तावेज में दावा किया गया है कि 20 दिसंबर को चीन में कोरोना के करीब 3.70 करोड़ नए मामले सामने आए थे और दिसंबर की शुरुआत से यह आंकड़ा कुल 24.8 करोड़ तक पहुंच गया। यह आंकड़ा लगभग चीन के 20 प्रतिशत आबादी के बराबर है।

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    यह आंकड़ा लगभग चीन के 20 प्रतिशत आबादी के बराबर है।

    हांगकांग, एएनआई। चीन में कोरोना इन दिनों बड़े पैमाने पर फैल रहा है। फिर भी सरकार सही आकड़े देने से पीछे हट रही है। चीन के विदेश मंत्रालय ने 23 दिसंबर को ट्वीट किया कि देश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। इससे ठीक चार दिन पहले सरकार ने कोविड से संबंधित केवल दो मौतों की जानकारी दी थी। माना जा रहा है कि देश में मरने वालों की संख्या अधिक है लेकिन सरकार सही आंकड़ा नहीं दे रही है।

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    विश्वसनीय नहीं हैं चीन के आंकड़े

    एक दस्तावेज में दावा किया गया है कि 20 दिसंबर को चीन में कोरोना के करीब 3.70 करोड़ नए मामले सामने आए थे और दिसंबर की शुरुआत से यह आंकड़ा कुल 24.8 करोड़ तक पहुंच गया। यह आंकड़ा लगभग चीन के 20 प्रतिशत आबादी के बराबर है। फिर भी, 23 दिसंबर को, चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को पिछले 24 घंटों में केवल 28,493 नए मामलों की ही सूचना दी। इसके बावजूद कि उसी दिन हांगकांग में 20,252 मामले और 42 मौतें दर्ज की गईं थीं। जबकि हांगकांग की आबादी चीन की आबादी का सिर्फ 0.5 प्रतिशत है। इसी तरह बीजिंग के आधिकारिक आंकड़े विश्वसनीय नहीं हैं।

    सरकार पर गुस्सा निकाल रहे हैं लोग

    एक चीनी सूत्र ने बताया कि चीन में रोजाना कोरोना के एक करोड़ नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, किंगदाओ के स्वास्थ्य आयोग के प्रमुख बो ताओ ने 23 दिसंबर को बताया कि उनके शहर में लगभग 490,000-530,000 लोग प्रतिदिन संक्रमित हो रहे हैं। इस बड़े पैमाने पर बढ़े कोरोना के बीच कई चीनी लोग अपनी हताशा को दूर करने के लिए सोशल मीडिया पर अपना ग़ुस्सा निकाल रहे हैं। यहां तक कि जो लोग इस मामले में सरकार पर हमला बोल रहे हैं, उनका पोस्ट हटा दिया जा रहा है लेकिन भय और हताशा को इतनी आसानी से दूर नहीं किया जा सकता है। सरकार सही सूचना देने की अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है।

    पूरे चीन में उपलब्ध नहीं है दवा

    खबरों के मुताबिक, चीन में हालात इतने बुरे हैं कि अस्पतालों में अतिरिक्त बिस्तर नहीं हैं, मरीज को गलियारों और फर्शों पर रखा जा रहा है। पर्याप्त ऑक्सीजन भी नहीं है, आपातकालीन फोन जाम हैं और बिना जगह वाले अस्पतालों में भी बीमार मरीजों को उतारने के लिए एम्बुलेंस कतार में हैं। यहां तक कि जीवित रहने के लिए, पारासिटामोल और एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसी दवाएं भी पूरे चीन में खत्म हो चुकी हैं।

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