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    SCO Summit: चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग एससीओ शिखर सम्मेलन में लेंगे भाग, भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे विदेश मंत्री जयशंकर

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Mon, 01 Jul 2024 06:00 AM (IST)

    चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस सप्ताह कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के 24वें शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। अधिकारियों का कहना है कि शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान की स्थिति रूस-यूक्रेन युद्ध और एससीओ सदस्य देशों के बीच समग्र सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा होने की उम्मीद है। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रतिनिधित्व करेंगे।

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    चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग एससीओ शिखर सम्मेलन में लेंगे भाग

     एएनआई, बीजिंग। कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का 24वें शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय ने रविवार को जानकारी दी कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। वहीं, भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रतिनिधित्व करेंगे।

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    चीनी मंत्रालय ने कहा कि दो से छह जुलाई तक राष्ट्रपति चिनफिंग अस्ताना में एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 24वीं बैठक में भाग लेंगे। अधिकारियों का कहना है कि शिखर सम्मेलन में अफगानिस्तान की स्थिति, रूस-यूक्रेन युद्ध और एससीओ सदस्य देशों के बीच समग्र सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा होने की उम्मीद है।

    भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे

    एससीओ में भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल है। इससे पहले, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे।

    अधिकारियों का कहना है कि शिखर सम्मेलन के दौरान जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच बैठक होने की संभावना है। अगर ऐसा होता है, तो यह भारत में हाल में हुए आम चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी सरकार के गठन के बाद भारतीय और चीनी अधिकारियों के बीच पहली उच्च स्तरीय बैठक होगी।

    एससीओ अपने सदस्य देशों के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद-निरोध और आर्थिक सहयोग पर केंद्रित है। यह संगठन यूरेशियन भूभाग के 60 प्रतिशत से अधिक, विश्व की 40 प्रतिशत आबादी और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के 30 प्रतिशत को कवर करता है।