LAC पर चीन अब नहीं करेगा चिक-चिक! भारत के साथ इन 10 Points पर बनी बात
चीनी सेना ने भारत के साथ सीमा वार्ता को सकारात्मक बताया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग ई के बीच हुई वार्ता में सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने पर सहमति बनी। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीनी सेना ने गुरुवार को कहा कि हाल ही में हुई सकारात्मक और रचनात्मक सीमा वार्ता के बाद चीन और भारत को अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द बनाए रखना चाहिए।
विशेष प्रतिनिधियों, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग ई ने 19 अगस्त को नई दिल्ली में सीमा से जुड़े मुद्दों पर 24वें दौर की वार्ता की।
इन बिंदुओं पर बनी सहमति
चीन के रक्षा प्रवक्ता झांग शियाओगांग ने वार्ता के परिणाम पर पहली बार टिप्पणी करते हुए कहा कि बैठक के दौरान 10 बिंदुओं पर सहमति बनी। दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य माध्यमों से सीमा प्रबंधन और नियंत्रण तंत्र का उपयोग करने पर सहमत हुए। दोनों पक्षों ने सकारात्मक और रचनात्मक भावना से सीमा से जुड़े मुद्दों पर स्पष्ट और गहन विचारों का आदान-प्रदान किया और कई सहमतियों पर पहुंचे।
झांग ने कहा कि चूंकि इस वर्ष चीन और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ है, इसलिए दोनों पक्षों को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना चाहिए। दोनों देशों को अपने लिए और अपने पड़ोसियों के लिए आपसी सम्मान और विश्वास, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, साझा विकास और सहयोग की भावना से एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने का सही तरीका तलाशना चाहिए।
डोभाल-वांग वार्ता से पांच ठोस नतीजे सामने आए, जिनमें परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र के तहत एक विशेषज्ञ समूह का गठन करना शामिल था, ताकि सीमा निर्धारण में शीघ्र सफलता हासिल की जा सके।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें- पीएम मोदी-पुतिन और चिनफिंग की तिकड़ी निकालेगी ट्रंप के टैरिफ का तोड़? SCO शिखर सम्मेलन से जुड़ी पूरी डिटेल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।