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अब नया पैंतरा; स्वायत्त क्षेत्र के 17,555 तिब्बतियों को दूसरी जगह बसाएगा चीन, अफगानिस्‍तान पर भी डाल रहा डोरे

अब दक्षिण पश्चिम चीन में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के नागकू शहर के ऊंचाई वाले स्थानों से चीन लगभग 17555 तिब्बतियों को एक पुनर्वास योजना के तहत दूसरी जगह बसाएगा। चीन ने इसके लिए नायाब बहाना बनाया है। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 27 Jun 2022 07:33 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2022 04:40 AM (IST)
अब नया पैंतरा; स्वायत्त क्षेत्र के 17,555 तिब्बतियों को दूसरी जगह बसाएगा चीन, अफगानिस्‍तान पर भी डाल रहा डोरे
तिब्बतियों के खिलाफ चीन का दमनात्‍मक रवैया जारी है।

ल्हासा, एएनआइ। तिब्बतियों के खिलाफ चीन का दमनात्‍मक रवैया जारी है। चीन अलग अलग बहाने बनाकर तिब्‍बत के मूल निवासियों और उनकी संस्‍कृति पर लगातार कुठाराघात कर रहा है। अब दक्षिण पश्चिम चीन में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के नागकू शहर के ऊंचाई वाले स्थानों से चीन लगभग 17,555 तिब्बतियों को एक पुनर्वास योजना के तहत दूसरी जगह बसाएगा। चीन ने इसके लिए नायाब बहाना बनाया है। इतना ही नहीं श्रीलंका और पाकिस्‍तान के बाद चीन अब अफगानिस्‍तान को भी शीशे में उतारने की कोशिशें कर रहा है। 

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बनाया यह बहाना

चीन का दावा है कि वह ऐसा इनके रहने की स्थिति में सुधार और क्षेत्र के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करने लिए कर रहा है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अगले डेढ़ महीने में समुद्र तल से औसत 4500 मीटर ऊंचाई पर रहने वाले लोगों को औसत 3600 मीटर की ऊचाई वाले शैनन सिटी में स्थानांतरित किया जाएगा। दरअसल चीन को तिब्‍बत की स्‍वाय‍त्‍तता को लेकर बराबर डर बना रहता है। यही कारण है कि शी चिनफ‍िंंग की सरकार का तिब्‍बत पर दावे को लेकर बेहद आक्रामक रुख रहा है। 

1,30,000 लोगों का होगा पुनर्वास

क्षेत्रीय वानिकी और चारागाह प्रशासन के निदेशक वु वी ने बताया कि लोग शहर में कड़ाके की ठंड वाले मौसम व अपेक्षाकृत पिछड़े उत्पादन वाले क्षेत्र में रह रहे थे, जहां घास खत्म हो चुकी थी। पुनर्वास योजना के तहत उन्हें एक जनकेंद्रित विचार के साथ पारिस्थितिकी संरक्षण और बेहतर जीवन की मांग के अनुरूप स्थान पर बसाया जा रहा है। मीडिया के अनुसार आठ साल में करीब 100 तिब्बती शहरों के 1,30,000 लोगों को पुनर्वास योजना के तहर कवर किया जाएगा।

अफगान कारोबारियों को वीजा देगा चीन  

वहीं समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक चीन अब अफगानिस्तान पर भी डोरे डालने में जुटा है। अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में स्थित चीनी दूतावास अफगान कारोबारियों को वीजा देने की तैयारी कर रहा है। अफगानिस्तान में बीजिंग के राजदूत ने इसकी पुष्टि की। स्थानीय मीडिया के अनुसार, चीन के राजदूत वांग यू और तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के बीच इस संबंध में बातचीत हुई।

75 लाख डालर देने का वादा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि दोनों पक्षों के बीच भूकंप राहत, राजनीतिक मुद्दे, द्विपक्षीय व्यापार, मानवीय सहायता और अफगान छात्रों की वापसी के संबंध में बातचीत हुई। बैठक में विदेश मंत्री मुत्ताकी ने चीनी राजदूत से अफगान कारोबारियों के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया में तेजी लाने की बात कही। चीनी राजदूत वांग ने भूकंप पीडि़त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सहायता की पहली खेप जल्द ही अफगानिस्तान में पहुंच जाएगी। चीन ने मदद के लिए 75 लाख डालर देने का वादा किया है। 

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