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    टैरिफ पर चीन की धमकी से पीछे हट जाएगा अमेरिका? ड्रैगन बोला- नहीं तो अब इस कदम के लिए रहें तैयार

    ट्रंप ने फरवरी में चीनी उत्पादों पर 10 प्रतिशत और फिर मार्च में भी 10 प्रतिशत टैरिफ लागू किया था। इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी उत्पादों पर 15 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लागू करने के साथ विश्व व्यापार संगठन में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी थी। चीन ने 10 अमेरिकी कंपनियों को देश की गैर-भरोसेमंद इकाईयों वाली सूची में डाल दिया था और उनके खिलाफ कार्रवाई की थी।

    By Jagran News Edited By: Swaraj Srivastava Updated: Thu, 03 Apr 2025 08:52 PM (IST)
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    चीन ने कहा कि व्यापार युद्ध में कोई भी विजेता नहीं होता (फोटो: रॉयटर्स)

    पीटीआई, बीजिंग। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीन पर 34 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा के बाद बीजिंग ने तुरंत इसे रद करने की अपील की है। चीन, अमेरिका का तीसरा सबसे बड़ा आयात बाजार है और अगर वाशिंगटन टैरिफ रद नहीं करता है तो इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।

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    चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि बीजिंग, अमेरिका के जवाबी टैरिफ का दृढता से विरोध करता है और अपने अधिकारों-हितों की रक्षा के लिए मजबूती से कदम उठाएगा। इतिहास बताता है कि टैरिफ बढ़ाने से अमेरिका की स्वयं की परेशानियां खत्म नहीं हो सकतीं। यह अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने के साथ वैश्विक आर्थिक विकास, औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता खतरे में डालता है।

    टैरिफ को अमेरिका की दादागिरी कहा

    • चीन ने कहा कि व्यापार युद्ध में कोई भी विजेता नहीं होता और संरक्षणवाद कहीं भी नहीं ले जाता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने मनमर्जी और एकतरफा मूल्यांकन के आधार पर ये टैरिफ निर्धारित किए हैं, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों से मेल नहीं खाते। ये टैरिफ संबंधित देशों के वैध अधिकारों और हितों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है और एकतरफा दादागिरी की घिसीपिटी निशानी है।
    • चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका तुरंत इन टैरिफ को रद करे और अपने व्यापारिक सहयोगियों के साथ किसी भी मतभेद को चर्चा के माध्यम से पूरी तरह दूर करे। ताजा घोषणा के बाद चीन पर कुल 54 प्रतिशत टैरिफ हो गया है। यह 60 प्रतिशत के करीब है, जिसकी धमकी ट्रंप ने चुनावी अभियान के दौरान दी थी।
    • गौरतलब है कि आसियान और यूरोपीय संघ के बाद चीन, अमेरिका का तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। 2024 में दोनों देशों के बीच करीब 582.4 अरब डॉलर का उत्पाद व्यापार हुआ, जिसमें चीन को निर्यात किए गए अमेरिकी उत्पादों की कीमत 143.5 अरब डॉलर और चीन से आयातित माल करीब 438.9 अरब डॉलर था।

    वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका : यूरोपीय संघ

    एपी के अनुसार, 20 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ पर यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयेन ने कहा कि ये वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका है और लाखों लोगों के लिए इसके नतीजे भयानक होंगे। किराने का सामान, परिवहन और दवाएं महंगी होंगी। यह इससे विशेषरूप से सबसे कमजोर नागरिकों को नुकसान पहुंच रहा है।

    हालांकि, लेयेन ने यह स्वीकार किया वैश्विक व्यापार प्रणाली में गंभीर कमियां हैं और यूरोपीय संघ अमेरिका के साथ इसे सुलझाने के लिए तैयार होने के साथ ही इसका जवाब देने के लिए भी तैयार है।

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