चीन ने दिखाया दम, निशाने पर अमेरिका; चिनफिंग बोले- 'शांति व युद्ध में से एक का करना होगा चुनाव'
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने दुनिया को शांति और युद्ध में से एक को चुनने की बात कही। परेड में चीन ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करते हुए कई नए हथियारों का प्रदर्शन किया जिसमें डीएफ-5सी मिसाइल भी शामिल थी। इस कार्यक्रम में रूस और पाकिस्तान समेत कई देशों के नेताओं ने भाग लिया जबकि पश्चिमी देशों ने दूरी बनाए रखी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मनमाने टैरिफ से दुनिया में मची उथल-पुथल के बीच चीन ने न केवल अपनी सैन्य ताकत दिखाई है बल्कि अपनी कूटनीतिक शक्ति का भी प्रदर्शन किया है। उसने बुधवार को 80वें विजय दिवस पर परेड के जरिये कई अत्याधुनिक हथियारों को पहली बार प्रदर्शित कर अपना दम दिखाया।
यह शक्ति प्रदर्शन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन समेत कई देशों के नेताओं की मौजूदगी में किया गया। हालांकि इस समारोह से पश्चिमी देश दूर रहे।
इस मौके पर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि दुनिया को शांति और युद्ध में से एक का चुनाव करना होगा। द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के खिलाफ चीन की जीत की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में राजधानी बीजिंग में थ्येनआनमन चौक पर निकाली गई परेड में चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अपनी सैन्य ताकत दिखाई।
करीब 70 मिनट चली परेड में सैकड़ों सैनिकों के साथ हाइपरसोनिक, लेजर और लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों समेत कई अत्याधुनिक नए हथियारों को पहली बार दुनिया के सामने प्रदर्शित किया गया। परेड में दस हजार से ज्यादा सैनिक, 100 से अधिक एयरक्राफ्ट और सैकड़ों टैंक और बख्तरबंद वाहन शामिल रहे।
परेड को संबोधित करते हुए चिनफिंग ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के खिलाफ जीत आधुनिक समय में विदेशी आक्रमण के खिलाफ चीन की पहली पूर्ण जीत थी। पुतिन और किम के साथ खड़े होकर चिनफिंग ने कहा, 'जब दुनिया भर के देश एक-दूसरे के साथ बराबरी का व्यहार करेंगे, सद्भाव से रहेंगे और एक-दूसरे का समर्थन करेंगे तभी साझा सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। युद्ध के मूल कारण को खत्म किया जा सकता है और ऐतिहासिक त्रासदियों को दोबारा होने से रोका जा सकता है।'
पाकिस्तान समेत इन देशों के नेता रहे मौजूद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ समेत विभिन्न मुद्दों पर तनाव के बीच चीन ने अपनी कूटनीतिक शक्ति का भी प्रदर्शन किया, क्योंकि पुतिन और किम समेत 26 देशों के नेता बतौर अतिथि समारोह में शामिल हुए। भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू ने भी भाग लिया। चीन में भारत के राजदूत प्रदीप कुमार रावत भी शामिल हुए। जबकि जापान और दक्षिण कोरिया के अलावा अमेरिका और यूरोपीय संघ के नताओं ने समारोह से दूरी बनाए रखी।
20 हजार किमी तक मार करने वाली मिसाइल दिखाई
परेड में एलवाई-1 लेजर हथियार प्रदर्शित किया गया। आठ पहियों वाले एचजेड-155 बख्तरबंद ट्रक पर लगा यह लेजर हथियार दुश्मन के हथियारों और उपकरणों के आप्टिकल सेंसर को तबाह कर सकता है। चीन ने पहली बार डीएफ-5सी अंतरमहाद्वीपीय सामरिक परमाणु मिसाइल को भी प्रदर्शित किया। यह 20 हजार किमी तक मार कर सकती है और दुनिया के किसी भी हिस्से तक पहुंच सकती है। इसका निशाना सटीक बताया गया है। परेड में मध्यक दूरी की नई डीएफ-26डी बैलिस्टिक मिसाइल भी दिखी। यह पांच हजार किमी तक मार कर सकती है।
परेड में पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान भी रहे शामिल
चार प्रकार के विमानवाहक पोत आधारित लड़ाकू विमान, समुद्र में गहराई तक मार करने वाले ड्रोन और एच-6जे लंबी दूरी के बमवर्षक को दिखाया गया। परेड में पहली बार पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान को भी शामिल किया गया। जे-20, जे-20ए, जे-20एस और जे-35ए लड़ाकू विमानों के सभी माडल प्रदर्शित किए गए। दुनिया के पहले दो सीट वाले स्टेल्ड जेट को दुनिया के सामने लाया गया। इसके अलावा कई नई वायु रक्षा प्रणालियों, टैंकों और नए सैन्य साजो-सामन को भी प्रदर्शित किया गया।
किम ने पुतिन से हर तरह की मदद का किया वादा
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से हर तरह की मदद करने का वादा किया। जबकि पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए सैनिक भेजने के लिए किम का आभार जताया। दोनों नेताओं ने परेड से इतर वार्ता की। यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की तरफ से लड़ने के लिए उत्तर कोरिया ने हजारों की संख्या में अपने सैनिक भेजे हैं।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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