हांगकांग, एजेंसी। China Online Games: चीन में चंद्र नव वर्ष की छुट्टियां कल यानी कि 21 जनवरी से शुरू हो रही हैं। इस दौरान लाखों लोग अपने परिवार के साथ समय बिताएंगे। दूसरी ओर छुट्टियों में बच्चे भी घर पर वीडियो गेम खेलने का मजा ले सकेंगे। चीन में बच्चों के ऑनलाइन गेम्स खेलने को लेकर एक समय सीमा तय है। लेकिन चंद्र नव वर्ष की छुट्टियों पर उन्हें गेम खेलने का अतिरिक्त समय मिल सकेगा।
चीन में हैं नियम
चीन बच्चों में "इंटरनेट की लत" को लेकर सालों से जूझ रहा है। इसको नियंत्रित करने के लिए देश ने समय सीमा जैसे नियम भी लागू किए गए हैं। देश में जारी प्रतिबंधों के मुताबिक, चीन में नाबालिगों को केवल शुक्रवार, शनिवार और रविवार के साथ-साथ सार्वजनिक छुट्टियों वाले दिन सिर्फ एक घंटे ही वीडियो गेम खेलने की अनुमति है। अब जनवरी 21 से 27 तक देश में चंद्र नव वर्ष की छुट्टी है। ऐसे में, उन्हें ऑनलाइन गेमिंग के लिए अधिक समय मिलेगा।
गेम खेलने की लत में कमी
गेम इंडस्ट्री ग्रुप की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन में 75 प्रतिशत से अधिक नाबालिगों ने सप्ताह में तीन घंटे से कम ऑनलाइन गेम खेला है। कई माता-पिता ने इस प्रतिबंधों की सराहना की है। सितंबर में गेम मार्केट इंटेलिजेंस फर्म निको पार्टनर्स ने एक सर्वे में पाया कि चीन में नियमों का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। 2020 में युवा गेमर्स की संख्या 122 मिलियन थी, जो 2020 में घटकर 82.6 मिलियन हो गई। वहीं, सोशल मीडिया व गेमिंग कंपनियों ने भी बच्चों के बीच ऑनलाइन गेमिंग को नियंत्रित करने के लिए अपने ऐप में 'यूथ मोड' व पासकोड जैसा फीचर सेट किया है।
हुआ है आदतों में बदलाव
बीजिंग की रहने वाली झांग फेइफी ने बताया कि प्रतिबंध लागू होने के बाद से उनकी 11 साल की बेटी ने खेलों पर कम समय बिताया है। प्रतिबंधित समय के दौरान उसने ऑनलाइन गेम खेलना छोड़ दिया। झांग ने अपनी बेटी को अन्य बच्चों के साथ खेलने या अन्य गतिविधियों पर समय बिताने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा कि अब सार्वजनिक छुट्टियों के दौरान भी वो वीडियो गेम में ज्यादा समय नहीं बिताती है क्योंकि उसकी रुचि बाहरी खेलों में ज्यादा बढ़ गई है।
अभिभावकों को सतर्क रहने की जरूरत
बीजिंग में किशोर मनोवैज्ञानिक केंद्र के निदेशक ताओ रान ने कहा कि गेमिंग की लत को रोकने के लिए माता-पिता सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं। ताओ ने बताया कि ऐप्स पर प्रतिबंध और यूथ मोड सेटिंग्स ने छोटे बच्चों के बीच ऑनलाइन गेमिंग की लत को दूर करने में मदद की है। लेकिन मिडिल स्कूल या हाई स्कूल में बच्चे अधिक साधन संपन्न होते हैं। अक्सर प्रतिबंधों को पार करने के तरीके ढूंढते हैं। ताओ ने कहा कि हो सकता है कि बच्चे अपने माता-पिता को उनके अकाउंट का उपयोग करने के लिए राजी करा सकते हैं। इसके साथ ही वह 'यूथ मोड' को बंद करने के लिए पासकोड का भी पता लगा सकते हैं। ऐसे में अभिभावकों को सतर्क रहना होगा।
महामारी ने लत को दिया बढ़ावा
ताओ ने कहा कि महामारी के दौरान इतने सारे लोग घर पर फंसे हुए हैं, बच्चे बड़ी मात्रा में इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि महामारी ने अधिक इंटरनेट की लत में योगदान दिया है। उनका केंद्र हर महीने लगभग 20 बच्चों को ट्रीट करता है। वहीं, सभी माता-पिता सरकार के इस सख्त रवैये से सहमत नहीं हैं। बीजिंग में 12 साल की बेटी और 7 साल के बेटे की मां हुआंग यान ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग टीम वर्क को बढ़ावा देती है और बच्चों को दोस्त बनाने में मदद कर सकती है। उन्होंने कहा कि वो नाबालिगों द्वारा इंटरनेट, गेम या सोशल मीडिया का उपयोग करने के खिलाफ नहीं हैं। क्योंकि ये एक ट्रेंड है और उन्हें रोकना असंभव है।
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