Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ताइवान जलडमरूमध्य से गुजरा ब्रिटिश युद्धपोत, चीन ने की कड़ी निंदा और दी चेतावनी

    व्यापार से लेकर मानवाधिकारों तक मुद्दों की एक लंबी सूची को लेकर बीजिंग और लंदन के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं। ताइपे में ताइवान के रक्षा मंत्री चिउ कुओ-चेंग ने ब्रिटिश युद्धपोत के बारे में पूछे जाने पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

    By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Mon, 27 Sep 2021 05:08 PM (IST)
    Hero Image
    बीजिंग और लंदन के बीच संबंध पहले से ही हैं तनावपूर्ण

    बीजिंग, रायटर। वियतनाम जा रहा ब्रिटेन का एक युद्धपोत ताइवान जलडमरूमध्य से होकर गुजरा। चीन ने ब्रिटेन के इस कदम के खिलाफ अपना बयान देते हुए दावा किया कि उसके पोतों ने ब्रिटिश पोत को खदेड़ा है। ब्रिटिश एचएमएस रिचमंड युद्धपोत ने सोमवार को एक ट्वीट में संवेदनशील क्षेत्र से गुजरने की जानकारी दी है। ताइवान और चीन के बीच तनाव जारी रहने के बीच बीजिंग ने इस मुद्दे पर तल्ख प्रतिक्रिया दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ताइवान पर चीन अपना दावा करता है। लोकतांत्रिक रूप से शासित द्वीप पर चीनी संप्रभुता स्वीकार करने के लिए बीजिंग सैन्य एवं राजनीतिक दबाव बनाए हुए है। चीन के विरोध के बावजूद अमेरिकी युद्धपोत हर महीने इस जलडमरूमध्य से गुजरता है। लेकिन अमेरिका के सहयोगी देश आम तौर पर इससे बचते रहे हैं।

    पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने कहा कि उसने रिचमंड का अनुसरण करने और उसे चेतावनी देने के लिए वायु और नौसेना बलों को संगठित किया है। बयान में कहा गया है कि इस तरह का व्यवहार बुरे इरादों को पनाह देता है और ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचाता है। इसके साथ ही कहा गया कि थिएटर कमांड फोर्स हमेशा उच्च स्तर की सतर्कता बनाए रखते हैं और सभी खतरों और उकसावे का डटकर मुकाबला करते हैं।

    चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुंयिंग ने इस इतना ही कहा कि संबंधित देश ऐसा कुछ और कर सकते हैं जो देशों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने वाला हो और क्षेत्रीय शांति एवं स्थायित्व को कायम रख सकता है।

    ताइपे में ताइवान के रक्षा मंत्री चिउ कुआ-चेंग ने ब्रिटिश युद्धपोत के बारे में पूछे जाने पर सीधे सपाट शब्दों में प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने बस इतना कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य में विदेशी पोत कौन सा अभियान चला रहा है, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।

    गौरतलब है कि चीन ताइवान के आसपास अपने अभ्यास को तेज कर रहा है और वायु सेना के विमानों को ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में लगभग रोजाना उड़ाता है।