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भारत यात्रा से पहले चीन ने बदला रुख, कहा-कश्मीर मसला भारत-पाक मिलकर सुलझाएं

चीन के राजदूत सुन वीडांग ने कहा कि भारत और चीन को आपसी विवादों को क्षेत्रीय स्तर पर बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाना चाहिए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 08 Oct 2019 11:06 PM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 07:06 AM (IST)
भारत यात्रा से पहले चीन ने बदला रुख, कहा-कश्मीर मसला भारत-पाक मिलकर सुलझाएं
भारत यात्रा से पहले चीन ने बदला रुख, कहा-कश्मीर मसला भारत-पाक मिलकर सुलझाएं

बीजिंग, प्रेट्र। राष्ट्रपति शी चिनफिंग की भारत यात्रा से ठीक पहले चीन कश्मीर मुद्दे पर अपने पुराने रुख पर लौट आया है। कश्मीर को द्विपक्षीय मसला बताते हुए चीन ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान को बातचीत के जरिए इसका समाधान निकालना चाहिए। दो हफ्ते पहले इसी चीन ने कश्मीर मसले को लेकर संयुक्त राष्ट्र चार्टर और प्रस्तावों का राग अलापा था।

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इमरान खान पहुंचे चीन

चीन का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान राष्ट्रपति चिनफिंग से मिलने मंगलवार को बीजिंग पहुंचे और उससे एक दिन से पाक सेना प्रमुख कमर बाजवा बीजिंग में मौजूद हैं।

चिनफिंग की भारत यात्रा की घोषणा कल होगी

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चिनफिंग की भारत यात्रा के संबंध में किसी तरह की घोषणा नहीं की। परंतु, चीनी अधिकारियों ने अनौपचारिक रूप से बताया कि राष्ट्रपति की यात्रा के संबंध में बुधवार को बीजिंग और नई दिल्ली में एक साथ घोषणा की जाएगी।

कश्मीर समस्या को भारत और पाक सुलझाएं- चीन

इमरान खान और चिनफिंग की मुलाकात में कश्मीर मसला उठाए जाने से संबंधित सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि कश्मीर पर चीन का रुख यह है कि भारत और पाकिस्तान को आपस में बातचीत के जरिए इस मसले को सुलझाना चाहिए।

कश्मीर पर चीन का यू टर्न

बता दें कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद चीन ने अपना रुख बदलते हुए कहा था कि कश्मीर मसले का समाधान संयुक्त राष्ट्र चार्टर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के आधार पर निकाला जाना चाहिए। यूएनएससी में बंद कमरे में हुई बैठक और फिर संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी चीन इसी रुख पर कायम रहा था। भारत ने उसके बयान का कड़ा विरोध किया था।

कश्मीर मामले में चीन अपने पुराने रुख पर लौट आया

अब चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग के मंगलवार के बयान के साथ ही चीन अपने पुराने रुख पर लौट आया है। जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक वार्ता के लिए चिनफिंग की भारत यात्रा को देखते हुए चीन के रुख में यह बदलाव आया है।

भारत-चीन को मिलकर क्षेत्र में शांति-स्थिरता कायम करनी चाहिए

चीन के राजदूत सुन वीडांग ने मंगलवार को यहां कहा कि भारत और चीन को आपसी विवादों को क्षेत्रीय स्तर पर बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों को क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की भारत यात्रा से पहले चीनी राजदूत ने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि दोनों देशों को पंचशील सिद्धांतों पर कायम रहना चाहिए।

शुक्रवार को भारत आ रहे हैं चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग

चिनफिंग शुक्रवार को चेन्नई पहुंचेंगे। शनिवार को तमिलनाडु के ऐतिहासिक शहर मामल्लापुरम (महाबलीपुरम) में दोनों नेताओं की मुलाकात होगी। हालांकि, अभी तक चिनफिंग की यात्रा को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन मामल्लापुरम में शिखर बैठक को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

माना जा रहा है कि मामल्लापुरम शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं के बीच बातचीत आपसी विकास को सुनिश्चित करने के साथ ही समग्र संबंधों को विस्तार देने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर केंद्रित रहेगी।


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