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    China Covid Policy: चीन एक बार फिर हुआ बेनकाब, कोविड से पत्रकारों की मौत का सच आया सामने

    चीन लगातार कोविड-19 को लेकर सच छुपाता रहा है। चीन में फैले कोरोना वायरस से लोगों की मौत हो रही है लेकिन चीन इसे मानने को तैयार नहीं है। इसी बीच दो पूर्व चीनी पत्रकारों की मौत की खबर सामने आई है। File Photo

    By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 16 Dec 2022 09:55 PM (IST)
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    चीन एक बार फिर हुआ बेनकाब, कोविड से पत्रकारों की मौत का सच आया सामने।

    बीजिंग, एजेंसी। चीन लगातार कोविड-19 को लेकर दुनिया से सच छुपाता रहा है। चीन में फैले कोरोना वायरस से लोगों की मौत हो रही है, लेकिन चीन इसे मानने को तैयार नहीं है। चीन में कोविड नीति के खिलाफ कुछ दिन पहले ही लोग सड़कों पर उतर आए थे और राष्ट्रपति शी चिनफिंग को पद से हटाने की मांग कर रहे थे। स्थानीय मीडिया ने बताया कि चीन के कई हिस्सों से 7 दिसंबर को कोविड नीति को हटाया गया था। इसी बीच दो पूर्व चीनी पत्रकारों की मौत की खबर सामने आई है।

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    कोविड नीति हटाने के बाद दो पूर्व पत्रकारों की मौत

    जानकारी के अनुसार, कोविड-19 के कारण हाल के दिनों में राजधानी बीजिंग में दो पूर्व चीनी राज्य मीडिया पत्रकारों की मृत्यु हो गई। बता दें कि 7 दिसंबर को कई हिस्सों से महामारी नियंत्रण नीतियों को हटाए जाने के बाद ये मौत के मामले सामने आए हैं। कोविड से जिन दो पूर्व पत्रकारों की मौत हुई है, उनमें पीपुल्स डेली के पूर्व रिपोर्टर 74 वर्षीय यांग लियानघुआ और चाइना यूथ डेली के पूर्व संपादक 77 वर्षीय झोउ झिचुन शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार, यांग लियानघुआ का निधन 15 दिसंबर और झोउ झिचुन का निधन 8 दिसंबर को हुआ।

    स्वास्थ्य प्राधिकरण ने नहीं दी जानकारी

    वहीं, इन सबके बीच चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने 7 दिसंबर को अपनी कई घरेलू महामारी नियंत्रण नीतियों को हटाने के बाद से कोरोना वायरस से किसी भी आधिकारिक मौतों की सूचना नहीं दी है। प्राधिकरण ने अंतिम आधिकारिक मौतों की सूचना 3 दिसंबर को शेडोंग और सिचुआन प्रांतों में दी थी। इन दो पत्रकारों की मौत की जानकारी छुपाने से एकबार फिर से विश्व पटल पर चीन का पर्दाफाश हुआ है।

    चीन में कोविड नीति को लेकर लोगों में गुस्सा

    बता दें कि चीन हमेशा से कोविड से हुए नुकसान को छुपाता रहा है। चीन में लागू कोविड नीति से हाल ही में लोग सड़कों पर उतर आए थे और काफी प्रदर्शन किए थे। लोग राष्ट्रपति के खिलाफ नारे लगा रहे थे। इसके बाद, चीनी सरकार ने कई हिस्सों से कोविड नीति संबंधी प्रतिबंधों को कम किया था या हटाई थी, जिसकी पुष्टि स्थानीय मीडिया ने की थी।

    चीन की सरकार ने दिए निर्देश

    इस बीच, चीन कैबिनेट ने शुक्रवार को सीमित चकित्सा संसाधनों वाले ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए तैयारियों के निर्देश दिए हैं। सरकार का मानना है कि 22 जनवरी को पड़ने वाले लूनर नव वर्ष के दौरान लाखों प्रवासी श्रमिक अपने घरों को वापस लौटेंगे, जिससे ग्रामीणों में संक्रमण ब़़ढने की आशंका है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार, गुरवार को चीन में 2,157 नए लक्षण वाले कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि इससे एक दिन पहले बुधवार को दो हजार मामले दर्ज किए गए थे।

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