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    चीनी मूल के ऑस्ट्रेलियाई लेखक को चीन में मिली मौत की सजा, बेटे को चिट्ठी लिखकर बयां किया दर्द

    Updated: Mon, 05 Feb 2024 05:40 PM (IST)

    पिछले साल अगस्त में अपने बेटे को लिखे पत्र में यांग ने बताया था कि उन्होंने चार साल से सूरज की रोशनी नहीं देखी है और उन्हें डर है कि हिरासत में ही उनकी मौत हो जाएगी। दरअसल उन पर आरोप था कि उनकी वजह से देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ है। मानवाधिकार उल्लंघन पर चीन की पोल खोलने के लिए उन्हें मौत की सजा सुनाई गई है।

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    ऑस्ट्रेलियाई लेखक को मिली मौत की सजा (सोशल मीडिया)

    एपी, बीजिंग। चीन की अदालत ने सोमवार को चीनी मूल के ऑस्ट्रेलियाई लेखक यांग हेंगजुन को जासूसी का दोषी मानते हुए मौत की सजा सुनाई है। 19 जनवरी, 2019 को न्यूयॉर्क से अपनी पत्नी और सौतेली बेटी के साथ चीन के शहर ग्वांगझू पहुंचने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था।

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    दो साल की जेल के बाद मौत की सजा

    मई 2021 में उन पर बंद दरवाजों के पीछे मुकदमा चलाया गया। पूर्व चीनी राजनयिक और राज्य सुरक्षा एजेंट यांग आस्ट्रेलिया में राजनीतिक टिप्पणीकार और जासूसी उपन्यास के लेखक बन गए थे। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने बताया जासूसी करने का दोषी मानते हुए हेंगजुन को दो साल की सजा काटने के बाद मौत की सजा सुनाई गई है।

    बेटे को लिखी चिट्ठी में बताया डर

    सालों से मामला उठा रही ऑस्ट्रेलियाई सरकार चीनी अदालत के फैसले से स्तब्ध है और इसे यांग के स्वजनों व समर्थकों के लिए डरावनी खबर बताया। गत वर्ष अगस्त में अपने पुत्र को लिखे पत्र में यांग ने बताया था कि उन्होंने चार साल से सूरज की रोशनी नहीं देखी है और उन्हें डर है कि हिरासत में ही उनकी मौत हो जाएगी।

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    ऑस्ट्रेलिया मंत्री ने साथ देने का जताया भरोसा

    दरअसल, उन पर आरोप था कि उनकी वजह से देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ है। सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड में छपी रिपोर्ट में उनके समर्थकों ने कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन पर चीन की पोल खोलने के लिए उन्हें मौत की सजा सुनाई गई है। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री का कहना है कि आगे भी यांग की भलाई के लिए सरकार वकालत से पीछे नहीं हटेगी। 

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