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चीन में नहीं रुक रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन; शंघाई में फिर सड़कों पर आए लोग, चिनफिंग के इस्तीफे की मांग तेज

सुरक्षा बलों के दमन के बावजूद चीन में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। महानगरों में शुमार शंघाई में नागरिकों ने कई स्थानों पर मोमबत्तियां जलाकर और फूल रखकर उरुम्की शहर में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

By AgencyEdited By: Amit SinghPublished: Sat, 03 Dec 2022 11:18 PM (IST)Updated: Sat, 03 Dec 2022 11:18 PM (IST)
चीन में नहीं रुक रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन; शंघाई में फिर सड़कों पर आए लोग, चिनफिंग के इस्तीफे की मांग तेज
चीन में नहीं रुक रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन

शंघाई, एपी: सुरक्षा बलों के दमन के बावजूद चीन में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। महानगरों में शुमार शंघाई में नागरिकों ने कई स्थानों पर मोमबत्तियां जलाकर और फूल रखकर उरुम्की शहर में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कुछ लोग श्रद्धांजलि स्थल पर कार्ड लेकर भी आए और उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। चीन के पश्चिमी शहर उरुम्की में 24 नवंबर को एक आवासीय भवन में हुए अग्निकांड में दस लोग मारे गए थे। कोविड नियंत्रण उपायों के तहत लगाए गए लाकडाउन के कारण आग बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग के कर्मचारी देर से मौके पर पहुंचे थे। इसके कारण जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ था। इस वाकये से नाराज लोग पूरे देश में आंदोलित हैं।

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बीते रविवार शुरू हुए थे प्रदर्शन

उरुम्की की घटना के विरोध में प्रदर्शन की शुरुआत बीते रविवार को हुई थी। लाकडाउन के प्रविधानों पर लोगों ने सार्वजनिक रूप से विरोध जताया था। इन्हीं प्रदर्शनों के दौरान एक महिला ने अप्रत्याशित रूप से राष्ट्रपति शी चिनफिंग के इस्तीफे की मांग का नारा लगाया था। इसके बाद यह नारा और विरोध प्रदर्शन पूरे देश में फैल गए। कम्युनिस्ट पार्टी के शासन वाले चीन में सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर रोक है। इसलिए पुलिस और सुरक्षा बल इन विरोध प्रदर्शनों को दबाने में जुट गए।

सोशल मीडिया पर चीन के खिलाफ प्रचार

सरकारी तंत्र, कम्युनिस्ट पार्टी और उसके समर्थकों ने भी देर किए बगैर जवाबी गतिविधियां शुरू कर दीं। राष्ट्रवादी ब्लागरों ने विरोध प्रदर्शनों के पीछे विदेशी हाथ बताया और इसे चीन के हितों के खिलाफ कहा। बावजूद इसके विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में कमी नहीं आई। इंटरनेट मीडिया पर चीन सरकार के विरोध में प्रचार जारी है। सरकार लाख प्रयासों के बावजूद उसे रोक नहीं पा रही है।

बीजिंग समेत कई शहरों में सरकार ने दी ढील

विरोध प्रदर्शनों से दबाव में आई चीन सरकार ने कई शहरों में कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रविधानों में ढील देने का एलान किया है। राजधानी बीजिंग, तियानजिन, चेंगडू और शेनझेन में आवागमन के सार्वजनिक साधनों का इस्तेमाल करने वालों को कोविड टेस्ट से छूट दी गई है। पहले कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट के बिना बसों, ट्रेनों, मेट्रो और हवाई जहाज में जाना संभव नहीं था। लेकिन अब सोमवार से कोविड के शुरुआती लक्षण न होने पर बिना सर्टिफिकेट के लोग बिना रोक-टोक जा और आ सकेंगे।

खाली पन्ने ने करोड़ों का ध्यान खींचा

चीन में खाली सफेद पन्ना लेकर हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन ने दुनिया का ध्यान खींचा है। सीएनएन के अनुसार चीनी नागरिकों के हाथ में भले ही खाली पन्ना हो लेकिन उसने दुनिया भर में रहने वाले सैकड़ों करोड़ लोगों का ध्यान खींचा है और उस पर लाखों पोस्ट और समाचार लिखे जा चुके हैं।

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