Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कनाडा में जेल से रिहा हुआ खालिस्तानी आतंकी इंदरजीत, भारत के खिलाफ फिर उगला जहर

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Fri, 26 Sep 2025 11:30 PM (IST)

    कनाडा की धरती से प्रतिबंधित आतंकी संगठनन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) से जुड़े खालिस्तानी आतंकी इंदरजीत सिंह गोसाल ने भारत के खिलाफ जहर उगला है और जमानत पर जेल से रिहा होते ही उसने दिल्ली को खालिस्तान बनाने की गीदड़ भभकी दी है। जबकि एसएफजे सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को धमकी दी है।

    Hero Image
    कनाडा में जेल से रिहा हुआ खालिस्तानी आतंकी इंदरजीत (फोटो- एक्स)

     एएनआई, टोरंटो। कनाडा की धरती से प्रतिबंधित आतंकी संगठनन सिख फार जस्टिस (एसएफजे) से जुड़े खालिस्तानी आतंकी इंदरजीत सिंह गोसाल ने भारत के खिलाफ जहर उगला है।

    पन्नू ने अजीत डोभाल को धमकी दी

    जमानत पर जेल से रिहा होते ही उसने दिल्ली को खालिस्तान बनाने की गीदड़ भभकी दी है। जबकि एसएफजे सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को धमकी दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इंदरजीत को हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन एक हफ्ते के अंदर ही जमानत पर छोड़ दिया गया।

    जेल से निकलने के बाद इंदरजीत एक वीडियो में सामने आया

    ओंटारिया की जेल से निकलने के बाद इंदरजीत एक वीडियो में सामने आया है, जिसमें उसने कहा कि वह पन्नू का समर्थन करने के लिए जेल से बाहर आ गया है।

    यह वीडियो पन्नू की ओर से प्रसारित किया गया है। इसी वीडियो में उसने डोभाल को निशाना बनाने की धमकी दी। सीबीसी न्यूज के अनुसार, कनाडाई पुलिस ने इंदरजीत को खतरनाक उद्देश्य से हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसे खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का करीबी सहयोगी माना जाता है।

    निज्जर की जून, 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक गतिरोध उत्पन्न हुआ था।

    कनाडा खालिस्तानी समर्थकों को शरण देता है

    तत्कालीन कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हत्याकांड में भारत की भूमिका का आरोप लगाया था। जबकि भारत ने इसे खारिज किया था और कई बार यह कह भी चुका है कि कनाडा खालिस्तानी समर्थकों को शरण देता है।