Hardeep Singh Nijjar की हत्या के अलावा इन मुद्दों पर भी बिगड़े भारत और कनाडा के रिश्ते, पढ़ें पूरी टाइमलाइन
खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद बढ़ गया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हरदीप सिंह की हत्या के लगभग चार महीने बाद पीएम ट्रूडो ने इस मामले में बयान दिया। उनके बयान ने भारत और कनाडा के बीच तल्खियां पैदा कर दी है।
ओटावा, रायटर। खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद बढ़ गया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हरदीप सिंह की हत्या के लगभग चार महीने बाद पीएम ट्रूडो ने इस मामले में बयान दिया। उनके बयान ने भारत और कनाडा के संबंधों के बीच तल्खियां पैदा कर दी है।
दरअसल, कनाडा में भारतीय सिखों की आबादी सबसे अधिक है। जिनमें से ज्यादातर लोग भारत के पंजाब राज्य से ताल्लुक रखते हैं। हालांकि, बीते कुछ सालों में वहां खालिस्तान समर्थित आवाजें उठती रही हैं। जो भारत के लिए चिंता का कारण रहा है। इसका सीधा असर भारत और कनाडा के संबंधों पर पड़ा है। एक नजर डालते हैं हाल की कुछ घटनाओं पर।
कब-कब बिगड़े भारत और कनाडा के संबंध?
सितंबर 2023: हाल ही में कनाडा ने भारत के साथ ट्रेड मिशन को स्थगित कर दिया था। इस बात की जानकारी खुद कनाडा की व्यापार मंत्री मैरी एनजी ने दी। उन्होंने कहा कि भारत के साथ ट्रेड मिशन को स्थगित कर दिया है, जो अक्टूबर में होने वाला था। जानकारी के अनुसार, भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय वाणिज्यिक संबंध 100 अरब डॉलर के हैं, जिसमें कनाडा का 70 अरब डॉलर का निवेश शामिल है।
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सितंबर 2023: भारत की अध्यक्षता में संपन्न हुए G20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के खिलाफ कनाडा में हुए विरोध-प्रदर्शन का मुद्दा उठाया गया था। पीएम मोदी ने कनाडाई पीएम से इस मामले में कड़े कदम उठाने की अपील की थी।
जून 2023: कनाडा में देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी निकाली गई थी, जिस पर भारत की ओर से कड़ा एतराज जताया गया था। भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने कनाडा सरकार को सवालों के कटघरे में खड़े किया था। उन्होंने कहा था कि कनाडा सरकार अलगाववादियों और चरमपंथियों का समर्थन कर रहा है।
मार्च 2023: भारत ने इस साल मार्च के दौरान कनाडा में बढ़ती खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर चिंता जताई थी। भारत ने खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों को लेकर चिंता जताई थी और इस मामले में कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया था।
सिख विद्रोह में मारे गए थे 30,000 लोग
उल्लेखीनय है कि 1980 और 1990 के दशक के सिख विद्रोह के दौरान लगभग 30,000 लोग मारे गए थे। इसके अलावा 1985 में कनाडा से भारत आ रहे एयर इंडिया बोइंग-747 पर हमले के लिए सिख आतंकवादियों को दोषी ठहराया गया था। बता दें कि इस विमान में सवार सभी 329 लोग मारे गए थे।
कनाडा के पीएम ने भारत को दिया था आश्वासन
हालांकि, साल 2018 में पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार को आश्वासन दिया था कि कनाडा ऐसे भी व्यक्ति का समर्थन नहीं करेगा, जो भारत में अलगाववादी आंदोलन को फिर से शुरू करना चाहते हैं। बता दें कि कनाडा में सिख समुदाय प्रभावशाली स्थिति में है। हालांकि, वहां बैठे सिख नेता किसी न किसी रूप से खालिस्तानी गतिविधियों में शामिल रहते हैं। जिसको लेकर भारत अपनी नाराजगी जाहिर कर चुका है।
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