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    G-7 Summit: जी-7 ने पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता दोहराई, ईरान ने इस बात को लेकर की अलोचना

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Wed, 18 Jun 2025 01:56 AM (IST)

    कनाडा के कनानास्किस में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट जाने के बाद जी-7 के छह नेताओं ने मंगलवार को बैठक के अंतिम दिन कई उच्च स्तरीय बैठकों में यह दिखाने का प्रयास किया कि ट्रंप के अचानक चले जाने के बावजूद धनी देशों के इस समूह के पास अभी भी विश्व की घटनाओं को आकार देने की ताकत है।

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    जी-7 ने पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता दोहराई (फोटो- रॉयटर)

    एपी, कनानास्किस। कनाडा के कनानास्किस में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट जाने के बाद जी-7 के छह नेताओं ने मंगलवार को बैठक के अंतिम दिन कई उच्च स्तरीय बैठकों में यह दिखाने का प्रयास किया कि ट्रंप के अचानक चले जाने के बावजूद धनी देशों के इस समूह के पास अभी भी विश्व की घटनाओं को आकार देने की ताकत है।

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    उन्होंने इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते हुए पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता दोहराई और ईरान को क्षेत्र में अस्थिरता और आतंक का प्रमुख स्त्रोत बताया।

    नागरिकों की सुरक्षा पर पूरा जोर

    जी-7 देशों के नेताओं ने इजरायल और ईरान के बीच बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति देखते हुए संयुक्त वक्तव्य जारी किया जिसमें क्षेत्रीय तनावों के बीच नागरिकों की सुरक्षा के महत्व पर भी विशेष जोर दिया गया।

    नेताओं ने आशा व्यक्त की कि गाजा में युद्धविराम कराने के प्रयासों सहित ईरान संकट को हल करने में पश्चिम एशिया में व्यापक शत्रुता को कम करने में मदद मिल सकती है।

    इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष को कम करने की तत्काल आवश्यकता

    मैक्रों ने मध्य-पूर्व में तनाव कम करने का किया आह्वान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष को कम करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता को फिर से शुरू करने का भी आह्वान किया।

    जी-7 सम्मेलन में मैक्रों ने डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी सहित कई विश्व नेताओं से मुलाकात की। उनकी बातचीत मध्य-पूर्व में अस्थिर स्थिति, यूक्रेन में युद्ध और रक्षा, ऊर्जा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे रणनीतिक क्षेत्रों पर द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने पर केंद्रित थी।

    ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की

    मैक्रों ने एक्स पोस्ट में कहा, ''हमने जल्द से जल्द युद्ध विराम हासिल करने के लिए रूस पर दबाव डालने और यूक्रेन के लिए स्थायी शांति वार्ता करने के बारे में भी बात की। ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की ब्रिटेन ने मंगलवार को यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की।

    सरकारी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक नोटिस में कहा गया है कि ब्रिटेन के नवीनतम प्रतिबंधों में चार व्यक्ति, छह संस्थाएं और 20 जहाज जिनमें तेल टैंकर, मरीन कंपनियां और रूस को विशेष रूप से इलेक्ट्रनिक्स सामान के आपूर्तिकर्ता शामिल हैं।

    रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के तहत 2300 लोगों पर प्रतिबंध

    गौरतलब है कि ब्रिटेन ने 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के तहत पहले ही 2,300 से अधिक व्यक्तियों, संस्थाओं और जहाजों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

    रूस को जी-8 से बाहर निकालना बड़ी गलती

    पेस्कोव क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि ट्रंप का यह कहना सही है कि 2014 में रूस को जी-8 से बाहर निकालना एक बड़ी गलती थी। लेकिन, जी-7 अब रूस के लिए महत्वपूर्ण नहीं रह गया है और अब यह बेकार लग रहा है।

    ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि 2014 में यूक्रेन से क्रीमिया को अपने कब्जे में लेने के बाद रूस को बाहर निकालना जी-8 की बड़ी गलती थी। अगर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जी-8 नेताओं के क्लब से बाहर नहीं किया जाता तो रूस 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करता।

    ईरान ने इजरायल का समर्थन करने के लिए जी-7 नेताओं की आलोचना की

    ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बाकेई ने जी-7 नेताओं के संयुक्त बयान में इजरायल की ''घोर आक्रामकता और गैरकानूनी हमलों'' का समर्थन करने के लिए उनकी आलोचना की है। बयान में नेताओं ने ईरान को क्षेत्रीय अस्थिरता और आतंक का ''मुख्य स्त्रोत'' बताया।

    उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ईरान को कभी भी परमाणु हथियार विकसित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने सभी पक्षों से गाजा में युद्ध विराम सहित तनाव कम करने की दिशा में आगे बढ़ने का आग्रह किया।

    इजरायल ने ईरान के खिलाफ शुरू किया आक्रमण

    हालांकि, बाकेई ने दावा किया कि इजरायल ने ईरान के खिलाफ अकारण आक्रामक युद्ध शुरू कर दिया है और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 2(4) का उल्लंघन करते हुए उसके परमाणु ठिकानों पर हमला किया है।