Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'भारत से हमें खतरा, चुनाव में दे सकता दखल'; कनाडा ने लगाया आरोप, विदेश मंत्रालय पहले ही दे चुका मुंहतोड़ जवाब

    Canada India relation कनाडा ने एक बार फिर भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। कनाडा की खुफिया एजेंसी ने कहा कि भारत और चीन उसके आगामी आम चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर सकते हैं। कनाडा ने कहा कि चीन अपने फायदे के लिए कनाडा की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए AI-सक्षम उपकरणों का उपयोग कर सकता है।

    By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Updated: Tue, 25 Mar 2025 12:50 PM (IST)
    Hero Image
    Canada India relation कनाडा ने भारत पर चुनावी हस्तक्षेप के आरोप लगाए। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Canada India relation कनाडा में प्रधानमंत्री बदल गया, लेकिन भारत के खिलाफ आग उगलना आज भी जारी है। अब कनाडा ने भारत पर फिर से बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। कनाडा की खुफिया एजेंसी ने कहा कि भारत और चीन उसके आगामी आम चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर सकते हैं। यह आरोप दोनों देशों के साथ उसके बिगड़ते संबंधों के बीच आया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खुफिया एजेंसी ने लगाए आरोप

    28 अप्रैल को होने वाले चुनाव पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) में संचालन की उप निदेशक वैनेसा लॉयड ने कहा कि कुछ दुश्मन चुनावों में हस्तक्षेप करने के लिए AI का तेजी से लाभ उठा रहे हैं, जिसका जिक्र नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने की थी।

    भारत और चीन कर सकते चुनाव में हस्तक्षेप

    वैनेसा लॉयड ने कहा कि इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि PRC (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) इस मौजूदा चुनाव में कनाडा की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए AI-सक्षम उपकरणों का उपयोग करेगा।

    लॉयड ने आगे कहा कि चीन अपने हितों के अनुकूल कई नेरेटिव को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकता है। लॉयड ने आगे कहा कि चीन कनाडा में चीनी जातीय, सांस्कृतिक और धार्मिक समुदायों को भ्रामक साधनों का उपयोग करके लक्षित करता है। 

    भारत के पास मंशा और क्षमता दोनों

    लॉयद ने चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप भारत पर भी लगाए। उन्होंने कहा कि हमने यह भी देखा है कि भारत सरकार के पास अपने भू-राजनीतिक प्रभाव को स्थापित करने के लिए कनाडाई समुदायों और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करने की मंशा और क्षमता दोनों है।

    भारत पहले ही दे चुका मुंहतोड़ जवाब

    जनवरी में भारत ने ओटावा के चुनावों में कुछ विदेशी सरकारों द्वारा हस्तक्षेप के कनाडाई आयोग की रिपोर्ट द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया था। विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक बयान में भारत के आंतरिक मामलों में कनाडा के हस्तक्षेप पर भी पलटवार किया था। 

    मंत्रालय ने कहा था कि हम भारत पर रिपोर्ट के आरोपों को खारिज करते हैं और उम्मीद करते हैं कि अवैध प्रवास को सक्षम करने वाली सहायता प्रणाली को आगे भी समर्थन नहीं दिया जाएगा।

     कनाडाई अखबार द ग्लोब एंड मेल ने आरोप लगाया था कि नई दिल्ली ने संघीय चुनाव में तीन राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को "गुप्त वित्तीय सहायता" प्रदान करने के लिए प्रॉक्सी एजेंटों का इस्तेमाल किया। लॉयड ने यह भी कहा कि रूस और पाकिस्तान कनाडा के आम चुनाव में हस्तक्षेप कर सकते हैं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि रूस ने सोशल मीडिया और समाचार वेबसाइटों पर 'प्रसार नेटवर्क' बनाने की कोशिश की है जो क्रेमलिन की बातों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं।