डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट मीटिंग में Reuters समेत इन समाचार एजेंसी के पत्रकारों पर रोक, क्या है राष्ट्रपति का प्लान?
अमेरिका में राष्ट्रपति पद संभालने के एक महीने से ज्यादा वक्त के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पहली कैबिनेट की गई। व्हाइट हाउस ने कुछ प्रमुख समाचार संगठनों के पत्रकारों को प्रवेश देने से मना कर दिया। मीडिया संगठनों ने इस नई नीति के खिलाफ नाराजगी जताई है। बताया जा रहा है राष्ट्रपति नए नए आउटलेट्स को मौके देने की तैयारी में हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में व्हाइट हाउस में मीडिया करवरेज को लेकर नए नियम बनाए गए हैं। वहीं दूसरी ओर खबर आ रही है कि व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहली कैबिनेट बैठक में कुछ समाचार संगठनों के पत्रकारों को एंट्री देने से मना कर दिया।
मीडिया कवरेज के संबंध में प्रशासन की नई नीति के अनुसार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहली कैबिनेट बैठक में रॉयटर्स और अन्य समाचार संगठनों के पत्रकारों को प्रवेश देने से मना कर दिया।
व्हाइट हाउस ने इनकी एंट्री पर लगाई रोक
व्हाइट हाउस ने एसोसिएटेड प्रेस के एक फोटोग्राफर और रॉयटर्स, हफपोस्ट और जर्मन अखबार डेर टैगेस्पीगल के तीन पत्रकारों को प्रवेश देने से मना कर दिया। एबीसी और न्यूजमैक्स के टीवी क्रू के साथ-साथ एक्सियोस, द ब्लेज, ब्लूमबर्ग न्यूज और एनपीआर के संवाददाताओं को इस कार्यक्रम को कवर करने की अनुमति दी गई।
मंगलवार को, ट्रंप प्रशासन ने एलान किया कि व्हाइट हाउस यह निर्धारित करेगा कि कौन से मीडिया आउटलेट ओवल ऑफिस जैसे छोटे स्थानों में राष्ट्रपति को कवर करेंगे।
अब कौन करेगा ट्रंप की मीटिंग को कवर?
व्हाइट हाउस कॉरेस्पोंडेंट्स एसोसिएशन ने पारंपरिक रूप से राष्ट्रपति प्रेस पूल के रोटेशन का समन्वय किया है। रॉयटर्स, एक अंतरराष्ट्रीय वायर सेवा, दशकों से पूल में भाग लेती रही है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि पारंपरिक मीडिया संगठनों को अभी भी ट्रंप को दिन-प्रतिदिन कवर करने की इजाजत होगी, लेकिन प्रशासन की योजना छोटे स्थानों में भाग लेने वालों को बदलने की है।
प्रेस की स्वतंत्रता पर उठे सवाल
- WHCA की तरफ से प्रशासित पूल प्रणाली ने चुनिंदा टेलीविजन, रेडियो, वायर, प्रिंट और फोटो जर्नलिस्ट को घटनाओं को कवर करने और व्यापक मीडिया के साथ अपनी रिपोर्टिंग साझा करने की अनुमति दी।
- तीन वायर सेवाएं जो पारंपरिक रूप से व्हाइट हाउस पूल के स्थायी सदस्य के रूप में काम करती रही हैं। एपी, ब्लूमबर्ग और रॉयटर्स ने बुधवार को नई नीति के जवाब में एक बयान जारी किया।
- तीनों संगठनों के बयान में कहा गया है कि ये सेवाएं लंबे समय से यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं कि राष्ट्रपति पद के बारे में सटीक, निष्पक्ष और समय पर जानकारी संयुक्त राज्य अमेरिका और वैश्विक स्तर पर सभी राजनीतिक विचारधाराओं के व्यापक दर्शकों तक पहुंचाई जाए।
- व्हाइट हाउस की अधिकांश कवरेज जो लोग अपने स्थानीय समाचार आउटलेट में देखते हैं, चाहे वे दुनिया में कहीं भी हों, वायर से आती है। लोकतंत्र में यह आवश्यक है कि जनता को एक स्वतंत्र, मुक्त प्रेस से अपनी सरकार के बारे में समाचार प्राप्त हो।
- हफपोस्ट ने व्हाइट हाउस के निर्णय को प्रेस की स्वतंत्रता के प्रथम संशोधन अधिकार का उल्लंघन बताया।
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