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    NASA की एक गलती से Voyager 2 पहुंचा 19.9 बिलियन किलोमीटर दूर, अब आवाज के सहारे खोजा जा रहा स्पेसक्राफ्ट

    By AgencyEdited By: Piyush Kumar
    Updated: Tue, 01 Aug 2023 08:30 PM (IST)

    नासा की एक गलत कमांड की वजह से वॉयजर-2 स्पेसक्राफ्ट (Voyager 2 Spacecraft) 19.9 बिलियन किलोमीटर दूर चला गया है। प्रोजेक्ट मैनेजर सुजैन डोड ने मंगलवार को एक ईमेल के जरिए जानकारी दी कि डीप स्पेस नेटवर्क में स्पेसक्राफ्ट के सिग्नल को ट्रैक किया गया है। इसका मतलब यह है कि 46 साल पुराना स्पेसक्राफ्ट अभी भी काम कर रहा है।

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    डीप स्पेस नेटवर्क में वोयाजर 2 स्पेसक्राफ्ट का सिग्नल ट्रैक किया गया।(फोटो सोर्स: एपी)

    केप कैनावेरल, एपी। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की एक गलत कमांड की वजह से वॉयजर-2 स्पेसक्राफ्ट (Voyager 2 Spacecraft) 19.9 बिलियन किलोमीटर दूर चला गया। वहीं, स्पेसक्राफ्ट का एंटीना 2 प्रतिशत शिफ्ट भी हो गया, जिसकी वजह से नासा से स्पेसक्राफ्ट का संपर्क टूट गया।

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    तकनीकी खराबी की वजह से स्पेसक्राफ्ट डीप स्पेस नेटवर्क (Deep Space Network) तक अंतरिक्ष की जानकारी भेजने में असमर्थ हो चुका है। इसी बीच मंगलवार को जानकारी सामने आई कि कई दिनों के बाद अंतरिक्ष में वोयाजर 2 की आवाज सुनाई दी गई है।

    नासा ने जानकारी दी है कि ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में लगे उनके सबसे बड़े एंटीना के जरिए वॉयजर-2 की तलाश की जा रही है। इस समय जिस जगह पर यह स्पेसक्राफ्ट मैजूद है, वहां से धरती से स्पेसक्राफ्ट तक एक सिग्नल पहुंचाने में 18 से ज्यादा घंटों का समय लगता है।

    (फोटो सोर्स: एपी)

    स्पेसक्राफ्ट के सिग्नल को किया गया ट्रैक: प्रोजेक्ट मैनेजर

    प्रोजेक्ट मैनेजर सुजैन डोड ने मंगलवार को एक ईमेल के जरिए जानकारी दी कि डीप स्पेस नेटवर्क में स्पेसक्राफ्ट के सिग्नल को ट्रैक किया गया है। इसका मतलब यह है कि  46 साल पुराना स्पेसक्राफ्ट अभी भी काम कर रहा है।

    स्पेसक्राफ्ट को पृथ्वी की ओर मोड़ने का प्रयास करेंगे वैज्ञानिक

    डोड ने कहा,'इस खबर ने हमारा उत्साह बढ़ा दिया।'कैलिफोर्निया में जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला के उड़ान नियंत्रक अब वोयाजर 2 के एंटीना को वापस पृथ्वी की ओर मोड़ने का प्रयास करेंगे।

    वैज्ञानिकों ने आगे कहा कि यदि स्पेसक्राफ्ट को वापस कंट्रोल नहीं किया जा सका तो तो उन्हें स्वचालित अंतरिक्ष यान रीसेट के लिए अक्टूबर तक इंतजार करना होगा। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि स्पेसक्राफ्ट का एंटीना सिर्फ 2 प्रतिशत ऑफ-किल्टर है। उम्मीद है कि एक बार फिर से स्पेसक्राफ्ट से संपर्क स्थापित किया जा सकता है।

    (फोटो सोर्स: एपी)

    स्पेसक्राफ्ट को 1977 में भेजा गया था अंतरिक्ष में

    साल 1977 को अंतरिक्ष में दूसरे ग्रहों की खोज के लिए लिए वॉयेजर 2 को  लॉन्च किया गया था। वॉयेजर 2 के साथ-साथ वोयाजर 1 को भी अंतरिक्ष में भेजा गया था।  वोयाजर 1 अब पृथ्वी से 15 अरब मील (24 अरब किलोमीटर) दूर है। बता दें कि साल  2018 में वॉयजर-2 सौर मंडल पार कर इंटरस्टेलर स्पेस में पहुंच गया था।

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