'मशहूर प्रधानमंत्री ने मारा-पीटा और रेप किया', जेफरी एपस्टीन सेक्स कांड की पीड़िता का खुलासा
लेखिका वर्जीनिया गिफ्रे की आत्मकथा 'ट्रू जस्टिस' ने अमेरिका और यूरोप में मानव तस्करी और गर्भपात जैसे गंभीर मुद्दों पर खुलासे करके तहलका मचा दिया है। इस किताब में गिफ्रे ने अपने भयावह अनुभवों को साझा किया है, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में खलबली मची हुई है और कई राजनेताओं पर सवाल उठ रहे हैं।

वर्जीनिया गिफ्रे की इस किताब में चौकाने वाला खुलासा (फोटो- रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन की मुख्य अभियुक्त वर्जीनिया गिफ्रे द्वारा लिखित संस्मरण "नोबडीज गर्ल" अमेज़न की बेस्टसेलर सूची में शीर्ष पर है। इस किताब में रोंगटे खड़े कर देने वाले खुलासे हुए हैं। किताब में प्रिंस एंड्रयू के साथ यौन शोषण, डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नौकरी की पेशकश और एक रहस्यमय राजनेता द्वारा बलात्कार जैसे खुलासे हैं। गिफ्रे ने गर्भपात और एपस्टीन के खिलाफ कानूनी लड़ाई का भी जिक्र किया है। यह किताब अमेरिका और यूरोप के लिए बवंडर लेकर आई है।
दरअसल, यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन की मुखर सर्वाइवरों में से एक रही वर्जीनिया गिफ्रे की कहानी पर आधारित यह किताब कई रहस्यमयी खुलासे की है। इस किताब में वर्जीनिया गिफ्रे की ओर से दावा किया गया है कि एक 'नामी-गिरामी प्रधानमंत्री' ने उनके साथ रेप किया था। वर्जीनिया के अनुसार, 'नामी-गिरामी प्रधानमंत्री' ने बार-बार मेरा गला दबाया जब तक कि मैं बेहोश नहीं हो गई और मुझे अपनी जान के लिए डरते हुए देखकर उसे खुशी हुई'।
संबंध बनाने के लिए तस्करी
संस्मरण में तीन बार गिफ्रे को एंड्रयू के साथ यौन संबंध बनाने के लिए तस्करी किए जाने का जिक्र है। जिसमें दो बार ऐसा तब हुआ जब वह केवल 17 वर्ष की थी - जिसके कारण राजकुमार ने पिछले सप्ताह अपनी उपाधियों को त्याग दिया।
पहली बार कथित तौर पर 10 मार्च 2001 को ऐसा हुआ था। गिउफ्रे याद करती हैं कि जब राजकुमार ने उनकी उम्र का सही अनुमान लगाया कि वह 17 साल की हैं, तो उन्होंने कहा: "मेरी बेटियां तुमसे बस थोड़ी छोटी हैं।" उन्हें यह भी याद है कि उस रात उन्होंने अपनी पोशाक चुनी थी, एक गुलाबी क्रॉप-टॉप टी-शर्ट और बहुरंगी जींस, जो उनकी "आदर्श" ब्रिटनी स्पीयर्स और क्रिस्टीना एगुइलेरा से प्रेरित थी।
एक रात बिताने के लिए 15,000 डॉलर
जब एपस्टीन ने एंड्रयू की कुख्यात तस्वीर खींची थी, जिसमें वह गिफ्रे की कमर पर हाथ रखे हुए था, तब उसने यही पोशाक पहनी हुई थी, जिसने बाद में राजकुमार के पतन में भूमिका निभाई। उन्होंने लिखा कि बाद में एपस्टीन ने उन्हें राजकुमार के साथ एक रात बिताने के लिए 15,000 डॉलर दिए। एंड्रयू ने गिफ्रे से कभी मिलने की बात से इनकार किया है।
लॉकर रूम में लगी नौकरी
गिफ्रे ने इस बात का भी जिक्र किया कि उन्हें याद है कि उनके पिता ने उन्हें रियल एस्टेट के दिग्गज, जो अब अमेरिका के राष्ट्रपति हैं से मिलवाया था, जिन्होंने 2000 की गर्मियों में फ्लोरिडा में ट्रंप के मार-ए-लागो रिसॉर्ट में लॉकर रूम अटेंडेंट के रूप में उनकी नौकरी लगवा दी थी, उस समय वह 16 साल की थीं।
उन्होंने कहा कि संस्मरण में वर्णित उनकी एकमात्र मुलाकात में ट्रम्प "इससे अधिक मित्रवत नहीं हो सकते थे" और उन्होंने उन्हें अपने दोस्तों के लिए बच्चों की देखभाल करने का काम करने की पेशकश की थी। मार-ए-लागो में ही उसे एपस्टीन की साथी गिस्लेन मैक्सवेल ने देखा और फिर उसके साथ छेड़छाड़ की।
राजनेता ने क्रूरतापूर्वक किया बलात्कार
एक राजनेता की पहचान को लेकर मतभेद है, जिसके बारे में गिफ्रे का कहना है कि उसने उसके साथ "क्रूरतापूर्वक बलात्कार" किया, लेकिन प्रतिशोध के डर से उसने उसका नाम नहीं बताया। संस्मरण के यूके संस्करण में उन्होंने बताया है कि उन्हें अपनी जान का खतरा था और एक "पूर्व मंत्री" ने उनका गला तब तक दबाया जब तक कि वे बेहोश नहीं हो गईं।
आपातकालीन कक्ष में कराया गया भर्ती
2001 की गर्मियों में, एपस्टीन, एंड्रयू और आठ अन्य लड़कियों के साथ सामूहिक यौनाचार में भाग लेने के कुछ ही समय बाद, गिफ्रे को न्यूयॉर्क के एक आपातकालीन कक्ष में भर्ती कराया गया। वह 17 साल की थी, लेकिन एपस्टीन ने स्टाफ़ से उसकी उम्र के बारे में झूठ बोला। जब उसे अस्पताल से छुट्टी मिली, तो उसने बताया कि उसका गर्भपात हो गया है। ग्रिफे ने इस बात का भी जिक्र किया कि एपस्टीन ने "कभी कंडोम नहीं पहना", और न ही उन लोगों ने, जिनके पास उसने और मैक्सवेल ने "मुझे तस्करी के लिए भेजा"।
2009 में शुरू की कानूनी कार्रवाई
गिफ्रे ने 2009 में एपस्टीन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की। उन्होंने लिखा कि अगले कुछ वर्षों में उन्हें उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जिसमें उनके कोलोराडो स्थित घर के बाहर अज्ञात लोगों द्वारा धमकाया जाना भी शामिल था और वे "हर रात बेड पर एक लोडेड रिवॉल्वर रखकर सोती थीं"। 2015 में उन्होंने अपने परिवार के साथ अमेरिका छोड़कर ऑस्ट्रेलिया जाने का निर्णय लिया, क्योंकि उन्हें लगता था कि उनका परिवार खतरे में है। गिउफ्रे ने अप्रैल में 41 वर्ष की आयु में आत्महत्या कर ली थी। (समाचार एजेंसी के इनपुट के साथ)
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