शिकागो में स्थापित होगा वैदिक विश्वविद्यालय, भारतीय अमेरिकी समुदाय करेगा मदद, 38 एकड़ में बनेगा
विश्वविद्यालय 38 एकड़ में बनाया जा रहा है। इसमें कई तरह के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। वैदिक विषयों पर बैचलर मास्टर और पीएचडी की डिग्री प्रदान की जाएंगी। विश्वविद्यालय निर्माण के लिए प्रारंभिक सहायता उनके पति स्वर्गीय प्रमोद कुमार के ट्रस्ट फंड और उनके परिवार की तरफ से की जाएगी।

वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका के शिकागो में अंतरराष्ट्रीय वैदिक कल्याण विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। इस विश्वविद्यालय में सनातन धर्म और हिंदू दर्शन से संबंधित विभिन्न कोर्स शुरू किए जाएंगे। इस आशय की घोषणा यहां भारतीय अमेरिकी समुदाय ने की है। भारतीय समुदाय की नेता संतोष कुमार ने बताया कि शिकागो में इस विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य सनातन धर्म के आदर्श और मूल्यों की शिक्षा देना, उनका संरक्षण करना और प्रचार-प्रसार कर आगे बढ़ाना है।
38 एकड़ में बनाया जाएगा विश्वविद्यालय
यह विश्वविद्यालय 38 एकड़ में बनाया जा रहा है। इसमें कई तरह के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। वैदिक विषयों पर बैचलर, मास्टर और पीएचडी की डिग्री प्रदान की जाएंगी। इस विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए प्रारंभिक सहायता उनके पति स्वर्गीय प्रमोद कुमार के ट्रस्ट फंड और उनके परिवार की तरफ से की जाएगी। भारतीय समुदाय के अन्य नेता विजय जी प्रभाकर ने घोषणा की कि वैदिक विश्वविद्यालय में डैनी डेविस इंटरफैथ चेयर की स्थापना के लिए एक लाख डालर दिए जाएंगे। इंटरफैथ चेयर सांसद डैनी डेविस की याद में स्थापित की जाएगी। इसका उद्देश्य हिंदू दर्शन और धार्मिक सहिष्णुता के संबंध में शिक्षा देना है।
विश्व धर्म महासभा के उद्घाटन भाषण में छाए थे स्वामी विवेकानंद
एक सितम्बर, 1893 को अमेरिका के शिकागो शहर में आयोजित विश्व धर्म महासभा के उद्घाटन भाषण में स्वामी विवेकानंद ने भारत को अध्यात्मिक तौर श्रेष्ठ घोषित किया था। उस वक्त भारत एक गुलाम राष्ट्र था। उन्होंने इस कार्यक्रम में अपने भाषण से यहां आए सात हजार लोगों का मन को मोह लिया था। एक बार फिर शिकागो सुर्खियों में है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।