USA और दक्षिण कोरिया मिल कर बनाएंगे परमाणु हथियार, कोरियाई प्रायद्वीप में होगी अमेरिकी पनडुब्बियों की तैनाती
बुधवार को बाइडन प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर कोरिया के परमाणु हमले की धमकी के जवाब में अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु मिसाइलों से लैस पनडुब्बियां तैनात करेगा। 40 साल के इतिहास में यह दूसरा मौका होगा जब अमेरिका इस क्षेत्र में पनडुब्बियों की तैनाती करेगा।

वाशिंगटन, रायटर। उत्तरी कोरिया के परमाणु हमले की धमकी का जवाब देने के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया साथ मिलकर परमाणु हथियार बनाएंगे। इसी हफ्ते दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सूक योल के व्हाउट हाउस के दौरे से यह स्पष्ट हो कर आ गया है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया, किम जोंग उन की उत्तर कोरिया सरकार में लगातार हो रहे परमाणु मिसाइल के परीक्षणों से चिंतित हैं।
USA कोरियाई प्रायद्वीप में पनडुब्बियां करेगा तैनात
इसी कड़ी में बुधवार को बाइडन प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर कोरिया के परमाणु हमले की धमकी के जवाब में अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु मिसाइलों से लैस पनडुब्बियां तैनात करेगा। 40 साल के इतिहास में यह दूसरा मौका होगा जब अमेरिका इस क्षेत्र में पनडुब्बियों की तैनाती करेगा। इस संबंध में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और द. कोरिया के राष्ट्रपति यून सूक योल ने बुधवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किए।
अमेरिका द.कोरिया को परमाणु हथियार बनाने में करेगा सहयोग
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रवक्ता जान किर्वी ने कहा कि दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने इस बात पर सहमति जताई है कि वाशिंगटन डिक्लरेशन के तहत अमेरिका द.कोरिया को परमाणु हथियार बनाने में सहयोग करेगा। इसके लिए अमेरिका और द.कोरिया के बीच न्यूक्लियर कंसल्टेटिव ग्रुप बनाया जाएगा।
इस ग्रुप का लक्ष्य उत्तरी कोरिया के परमाणु हमले के मंसूबों को विफल करना है। समझौते में यह भी कहा गया है कि दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त अभ्यास को और विस्तार देंगी। गौरतलब है कि द.कोरिया के राष्ट्रपति छह दिन के दौरे पर वाशिंगटन आए हैं। इस मौके पर दोनों राष्ट्रों की मित्रता के 70 साल पूरे हो रहे हैं।
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