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    'सरकार को ठहराएंगे जिम्मेदार', बांग्लादेश के हालात पर अमेरिका ने तोड़ी चुप्पी; कहा- बाइडन की करीबी नजर

    By Agency Edited By: Sachin Pandey
    Updated: Fri, 13 Dec 2024 05:51 PM (IST)

    बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इस बीच अमेरिकी ने भी इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि राष्ट्रपति बाइडन वहां के हालात पर करीबी नजर रख रहे हैं। व्हाइट हाइस ने बयान जारी कर कहा है कि शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद बांग्लादेश में सुरक्षा हालात जटिल हैं।

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    व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडन की बांग्लादेश के हालात पर करीबी नजर है। (File Image)

    पीटीआई, वाशिंगटन। बांग्लादेश की स्थिति पर अमेरिकी राष्ट्रपति भवन, व्हाइट हाउस की ओर से बयान जारी किया गया है, जिसमें अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर वहां की अंतरिम सरकार को जिम्मेदार ठहराने की बात कही गई है।

    व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन बांग्लादेश के हालात पर करीब से नजर रख रहे हैं। अमेरिका वहां की अंतरिम सरकार को देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार ठहराएगा।

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    शेख हसीना के हटने के बाद हालात जटिल: अमेरिका

    व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जान किर्बी ने गुरुवार को पत्रकारों से वार्ता में कहा, 'शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद बांग्लादेश में सुरक्षा हालात जटिल हैं। हम इस चुनौती से निपटने के लिए अंतरिम सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।'

    उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा, 'बांग्लादेश के सभी नेताओं के साथ हमारी बातचीत में जो बात बहुत स्पष्ट रही है वह है अल्पसंख्यकों की सुरक्षा।' गौरतलब है कि बांग्लादेश में हिंसक छात्र आंदोलन के चलते गत पांच अगस्त को शेख हसीना की अगुआई वाली सरकार का पतन हो गया था। तब से अल्पसंख्यकों विशेषकर हिंदुओं के विरुद्ध अत्याचार के मामले बढ़ गए हैं।

    अमेरिका में हुए प्रदर्शन

    इसके विरोध में अमेरिका में पिछले कुछ समय में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों ने व्हाइट हाउस के समक्ष, शिकागो, न्यूयॉर्क और ह्यूस्टन समेत कई शहरों में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया है। राष्ट्रपति बाइडन से बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी अत्याचार को रोकने में मदद करने की अपील की है।

    भारत ने भी जताई चिंता

    इधर, भारत ने भी बांग्लादेश के हालात पर चिंता जताई है और अंतरिम सरकार से इसे सुधारने की उम्मीद जताई है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहा व्यवहार भारत के लिए चिंता का विषय है और नई दिल्ली को उम्मीद है कि ढाका उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाएगा।

    उन्होंने कहा कि भारत को उम्मीद है कि बांग्लादेश में नई सरकार भारत के साथ पारस्परिक रूप से स्थिर संबंध स्थापित करेगी। जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहा व्यवहार चिंता का विषय रहा है, क्योंकि उन पर हमलों की कई घटनाएं हुई हैं।

    उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान कहा, 'हमने अपनी चिंताओं की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया है। हाल ही में विदेश सचिव ने ढाका का दौरा किया था। यह विषय उनकी बैठकों में उठा था। और हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश अपने हित में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएगा।'