Move to Jagran APP

US President Election 2020 : जानें कब से शुरू होगा ओर कब आएगा अमेरिकी चुनाव का र‍िजल्‍ट

अमेरिका अपने 45 वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए पूरी तरह तैयार है क्योंकि अमेरिका में मतदान की पारंपरिक तिथि 3 नवंबर को चुनाव के लिए निर्धारित है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वदी जो बिडेन ने कोरोना महामारी के बीच मतदाताओं को लुभाने में कसर नहीं छोड़ी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 02 Nov 2020 07:25 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 06:59 AM (IST)
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन और डोनाल्ड ट्रंप की फाइल फोटो।

 वाशिंगटन, एजेंसी। संयुक्त राज्य अमेरिका अपने 45 वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए पूरी तरह तैयार है क्योंकि अमेरिका में मतदान की पारंपरिक तिथि 3 नवंबर को चुनाव के लिए निर्धारित है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वदी जो बिडेन ने कोरोना वायरस महामारी के बीच मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भारत के विपरीत जहां चुनाव आयोग विभिन्न दौर के मतदान के बाद अंतिम परिणाम घोषित करता है, हर अमेरिकी राज्य गणना करता है और मतदान समाप्त होने के बाद अपना परिणाम घोषित करता है। 

loksabha election banner

अमेरिकी चुनाव 2020 की तारीख और समय 

अमरीकी चुनाव के लिए 50 राज्यों में मतदान केंद्र नौ अलग-अलग टाइमजोन के मुताबिक अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग समय पर खुलेगें। सबसे पहले मतदान पूर्वी राज्यों जैसे वर्मोंट में होते हैं, जहां मतदाता 05:00 ईएसटी (भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे) से वोट डालेंगे। वहीं हवाई में वोटिंग की प्रक्रिया 12:00 ईएसटी (भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे) से शुरू होगी। कोलोराडो, मोंटाना, न्यू मैक्सिको में वोटिंग की प्रक्रिया 9:00 इएसटी (भारतीय समयानुसार रात 7.30 बजे) और कैलिफोर्निया, नेवादा में 10:00 ईएसटी (भारतीय समयानुसार रात 8.30 बजे) शुरू होगी।

कहां देखें अमेरिकी  

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टीवी समाचार चैनलों (Wion, बीबीसी, सीएनएन, अल जजीरा अंग्रेजी आदि) पर प्रसारित किया जाएगा। अमेरिका में 25 करोड़ से अधिक लोग हैं जो 18 या उससे अधिक हैं और लगभग 24 करोड़ नागरिक इस वर्ष मतदान करने के लिए पात्र हैं। इसमें कहा गया है कि अब तक 16 सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी राज्यों में 54 प्रतिशत वोट डाले जा चुके हैं, जो चुनाव को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 

वोटों की गिनती

3 नवंबर को वोटिंग की समाप्ति होगी। इन्हें पॉपुलर वोट कहा जाता है, लेकिन ये सीधे तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति का फैसला या चुनाव नहीं करते हैं, लेकिन वे यह जानने में मायने रखते हैं कि इलेक्टोरल कॉलेज के "इलेक्टर" किसे मतदान करेंगे। 

270 इलेक्टोरल कॉलेज जीतने वाला बनेगा राष्ट्रपति 

कई सर्वे में बिडेन ट्रंप पर बढ़त बनाए हुए हैं। अर्ली वोटिंग और डाक मतपत्र के माध्यम से अब तक पौन दस करोड़ लोग वोट डाल चुके हैं। यह संख्या वर्ष 2016 में डाले गए वोटों का लगभग 68 फीसद है। खास बात यह है कि यहां जीत सिर्फ पॉपुलर वोट से नहीं होती है। राष्ट्रपति बनने के लिए दोनों प्रत्याशियों में से किसी एक को 538 इलेक्टोरल कॉलेज में से 270 में जीत हासिल करनी होगी। इलेक्टर कॉलेज भी एक तरह के प्रतिनिधि होते हैं, जिनका चुनाव होता है।

प्रत्येक राज्य से उतने ही प्रतिनिधि होते हैं जितने कि उस प्रांत से संसद की दोनों सदनों में सांसद। सबसे कम आबादी वाले वायोमिंग में तीन इलेक्टरोल कॉलेज हैं, जबकि सबसे ज्यादा आबादी वाले कैलिफोर्निया में 55 इलेक्टोरल कॉलेज हैं। एक रोचक तथ्य यह है कि इस सदी में दो बार ऐसा हो चुका है जब पॉपुलर वोट में पिछड़ने के बावजूद रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने वर्ष 2000 में और डोनाल्ड ट्रंप ने वर्ष 2016 में राष्ट्रपति चुनाव जीता। डोनाल्ड ट्रंप को हिलेरी क्लिंटन की तुलना में करीब 30 लाख कम वोट मिले थे। 

इस साल नया क्या है? 

इस साल चीजों को धीमा करने वाला सबसे बड़ा स्पष्ट कारक है। लाखों अमेरिकियों ने मतदान स्थल पर कोरोना वायरस को जोखिम में डालने के बजाय मेल द्वारा मतदान करने का फैसला किया। सामान्य तौर पर उन मेल मतपत्रों को गिनने में अधिक समय लगता है। चुनाव कार्यकर्ताओं को अपने लिफाफों से मतपत्रों को निकालना होगा, त्रुटियों की जांच करनी होगी, उन्हें छांटना होगा और उन्हें समतल करना होगा। इससे पहले कि वे मतदान के करीब पहुंच सकें और श्रेणीबद्ध हो जाएं। 

अमेरिकी चुनाव 2020 के परिणाम की उम्मीद

हां, इतिहास में कभी भी राष्ट्रपति पद की गिनती नहीं हुई है, जिसमें सभी वोटों की गिनती चुनाव की रात में की जाती है। यह सिर्फ शारीरिक रूप से संभव नहीं है कि 3 नवंबर की रात को 15 करोड़ मतपत्रों की गिनती हो जाए। एसोसिएटेड प्रेस सहित मीडिया संगठनों ने चुनाव परिणामों के आधार पर चुनाव की रात में हजारों रेसों में विजेताओं की घोषणा की, जो इसमें मतदाता सर्वेक्षण और अन्य राजनीतिक डाटा शामिल है। राज्य चुनाव से 22 दिन पहले अपने चुनाव कार्यालयों को डाक मतपत्रों को कार्यविधि करने की अनुमति देता है। यह सबसे बड़ा स्विंग स्टेट भी है। 

अगर ट्रंप ने फ्लोरिडा को खो दिया, तो उनके लिए 270 उपचुनाव तक पहुंचने के लिए बहुत मुश्किल होगी। उन्हें पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन को हराने और व्हाइट हाउस लौटने के लिए उस राज्य का जीतने की जरूरत होगी। दो अन्य दक्षिणी राज्य उत्तरी कैरोलिना और जॉर्जिया भी जल्द डॉक मतपत्रों की गिनती शुरू कर सकते हैं। ये दोनों राज्य ट्रंप के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। हालांकि फ्लोरिडा के विपरीत इन राज्यों का बड़ी संख्या में डाक मतपत्रों को नहीं संभालने का रिकॉर्ड रहा है। यह स्पष्ट नहीं है कि वे कितनी जल्दी वोटों की गिनती करेंगे। अंत में, दो मध्य पश्चिमी राज्य आयोवा और ओहियो भी डॉक मतपत्रों के शीघ्र गणना के लिए अनुमति देते हैं। ट्रम्प ने 2016 में दोनों राज्यों को आसानी से जीत लिया था, लेकिन डेमोक्रेट का मानना ​​है कि बिडेन वहां प्रतिस्पर्धी हैं। चुनाव की रात उन दो राज्यों में परिणाम संकेत दे सकते हैं।

क्या वे चुनाव की रात को विजेता की घोषणा करेंगे?

यदि मुकाबला कड़ा हुआ और नतीजा बेहद नजदीकी हुआ तो काफी लोगों का मानना है कि प्रांतों के सामने मतपत्रों को अमान्य करार देने को लेकर जटिल क़ानूनी परिस्थितियां होंगी। इससे नतीजे आने में और भी देर हो सकती है। यदि कई प्रमुख राज्य अपने परिणाम तुरंत जारी करते हैं तो एक उम्मीदवार के पास चुनावी वोट का बहुमत हो सकता है। कोरोना के कारण डाक पहुंचाने में भी दिक्क़तें आ रही हैं। बहुत सी डाक लंबित चल रही हैं। इससे मतगणना में देरी हो सकती है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.