अमेरिकी नौसेना के पायलटों ने ट्रेनिंग के दौरान देखी थीं 'उड़न तश्तरियां'
वर्ष 2014 में एक सुपर हार्नेट पायलट तो उनसे टकराने से बचा था। हवा में उड़ती इन चीजों का वीडियो भी बनाया गया है। ...और पढ़ें

एनवाईटी, वाशिंगटन। अमेरिकी नौसेना के कुछ पायलटों के बयान ने एलियंस और उड़न तश्तरियों की कहानी को फिर चर्चा में ला दिया है। इन पायलटों का दावा है कि उन्होंने साल 2014 की गर्मियों से मार्च, 2015 के बीच अमेरिका के पूर्वी तट के पास हवा में उड़ती विचित्र चीजें देखी थीं। इनमें से एक का ऊपरी सिरा हवा की विपरीत दिशा में घूम रहा था। खास बात यह है कि उनमें कोई इंजन भी नजर नहीं आ रहा था, लेकिन इसके बावजूद वे सुपरसोनिक स्पीड हासिल कर 30 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ रही थीं। वर्ष 2014 में एक सुपर हार्नेट पायलट तो उनसे टकराने से बचा था। हवा में उड़ती इन चीजों का वीडियो भी बनाया गया है।
एफ/ए-18 सुपर हार्नेट के पायलट लेफ्टिनेंट रयान ग्रेव्स के साथ चार अन्य पायलटों ने ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ को बताया कि 2014 से 2015 तक वह वर्जीनिया और फ्लोरिडा के बीच ट्रेनिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें ये विचित्र चीजें दिखी थीं। ग्रेव्स ने रक्षा मुख्यालय के एडवांस एयरोस्पेस थ्रेट आइडेंटिफिकेशन प्रोग्राम और संसद को भी इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा, ‘ये विचित्र चीजें दिनभर हवा में रहती थीं। किसी भी एयरक्राफ्ट को इतने समय तक हवा में उड़ाने के लिए बड़ी मात्रा में ऊर्जा चाहिए। अब सवाल यह है कि उन्हें इतनी ऊर्जा कहां से मिलती थी।’ उन्होंने कहा कि पहले भी कई बार विचित्र तरह के सैन्य विमान देखे गए थे, लेकिन यह उन सब से अलग था।
क्या बाहरी दुनिया की थीं वे चीजें
आमतौर पर ऐसी विचित्र चीजों को बाहरी दुनिया का माना जाता है। लेकिन अमेरिका के रक्षा विभाग ने इस बात से इन्कार किया है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि ये चीजें कहां से आई हैं इसकी जानकारी पृथ्वी पर ही मौजूद है। नौसेना के प्रवक्ता ने कहा, ‘हवा में विचित्र चीजें दिखने से संबंधित कई रिपोर्ट मिली हैं। इनमें से कुछ कमर्शियल ड्रोन भी हो सकते हैं। अभी हालांकि यह नहीं पता चला है कि इन्हें कौन संचालित कर रहा था?

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